हिन्द सागर, सुप्रिया पाण्डेय/रायपुर भिलाई, छत्तीसगढ़: भिलाई स्टील प्लांट में संकट के बादल मंडराता नजर आ रहा हैं। बता दे कि वर्तमान में भिलाई स्टील प्लाट के पास तीन दिन का ही स्टाक बचा है, कई मिलें बंद होने की कगार पर पहुचं गई है। बीएसपी प्रबंधन ने प्लांट में उत्पादन कम कर दिया है, जिसके चलते कोयला संकट की चपेट में सेल- भिलाई स्टील प्लांट आ रहा है। इसका असर सीधा उत्पादन पर पड़ रहा है। कोयले की सप्लाई न होने से ब्लास्ट फर्नेस को डाउन कर दिया गया है । जिसके कारण गैस नही बन रहा है। जो ईंधन के रुप में रेल मिल , मर्चेट मिल आदि में इस्तेमाल होती है। इस वजह से कई मिल का उत्पादन रोक दिया गया है।
बता दे कि वही, ब्लास्ट फर्नेस को डाउन करके चलाया जा रहा है। ताकि किसी तरह से फर्नेस और मिल को रनिंग में रखा जाए। क्योंकि , पूरी तरह से उत्पादन ठप हो गया तो ठंडे हो चुके मिल और फर्नेस को चालू करने में लंबा समय लगेगा और सेल को करोडों का नुकसान उठाना पडेगा ।दूसरी वजह यह बताई जा रही है कि आस्ट्रेलिया कोल नहीं आने से भी सेल-भिलाई स्टील प्लांट पर संकट गहराता नजर आ रहा हैं। और साथ ही कई मिलें भी बंद होने के कगार मे है ।
बीएसपी यार्ड की क्षमता करीव ढाई लाख टन की है। वर्तमान में करीब 20 से 30 हजार टन ही कोल स्टाक में बचा है। कोयले की किल्लत की वजह से कोक ओवन में 740 पुशिंग के बजाय 400 पुशिंग ही बुधवार को हो सकी है। इस कारण गैस नहीं बन पा रहा है, अब समस्या यह आ रही है कि बैटरी को कैसे बचाया जाए ।