एमवीए और महायुति में बगावत से उलझी 50 विधानसभा सीटें
चतुर्भुजा पाण्डेय @ हिन्द सागर
महाराष्ट्र, चुनावी विष्लेषण: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बागी उम्मीदवार बढ़ा सकते हैं एमवीए तथा महायुति का टेंशन! दोनों ही धड़ों में कुल 50 बगावती उम्मीदवार चुनाव परिणाम प्रभावित करने में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।
बता दें की महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी और महायुति के बीच कांटे का मुकाबला होने की संभावना है। शिवसेना और एनसीपी में टूट के बाद दोनों दलों के विभाजित धड़े अस्तित्व की लड़ाई भी लड़ रहे हैं। दोनों गठबंधनों के नेता सीट बंटवारे के विवाद अंतिम क्षण तक सुलझा नहीं पाए। महायुति में 36 ऐसी विधानसभा सीटें हैं, जहां बीजेपी, अजित पवार की एनसीपी और शिंदे की शिवसेना के बागी उम्मीदवार भी खड़े हैं। महा विकासअघाड़ी भी 14 सीटों पर गठबंधन के बागीयों से जूझ रही है। इस बीच अमित शाह ने महायुति के नेताओं को बागियों से चार नवंबर से पहले निपटने का संदेश भेज दिया है।
गोपाल शेट्टी का छलका दर्द
गोपाल शेट्टी ने कहा, “मुझे यह चुनाव लड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं थी लेकिन मेरे समर्थकों ने मुझे स्थिति की गंभीरता के बारे में बताया। सबसे पहले 2014 में विनोद तावड़े ने यहां से चुनाव लड़ा फिर 2019 में सुनील राणे ने, इस बार मुंबई उत्तर से लोकसभा चुनाव का टिकट पीयूष गोयल को दिया गया। अब उपाध्याय को उम्मीदवार बनाए जाने के साथ यह चौथी बार हो रहा है. संजय उपाध्याय बोरीवली के निवासी नहीं हैं.” उन्होंने हिन्द सागर संवाददाता से कहा की यह जरूरी है कि हम इस परंपरा के खिलाफ आवाज उठाएं, जहां बाहरी लोगों को टिकट दे दिया जाता है और इस वजह से मैं स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगा. “चाहे जो भी हो जाए, मैं पीछे नहीं हटूंगा.”
महायुति में 36 सीटों पर बगावत, बीजेपी में 19 विद्रोही
महाराष्ट्र चुनाव में नाक की लड़ाई लड़ रही महायुति और एमवीए की टेंशन बागियों ने बढ़ा दी है। अगर बागी चुनाव मैदान में टिके रहे तो करीब 50 सीटों पर नतीजों में बड़ा उलटफेर हो सकता है। सभी पार्टियां बागियों को मनाने में जुटी हुई हैं। महायुति की ओर से 36 बागी उम्मीदवार है, जिनमें 19 बीजेपी के हैं। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना से 16 विद्रोही एनसीपी और बीजेपी के लिए मुसीबत बने है। डिप्टी सीएम अजीत पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से एक बागी है। महाविकास अघाड़ी में सिर्फ 14 सीटों पर बागियों के कारण पेच फंस रहा है, इनमें से 10 सीटों पर कांग्रेस के नेताओं ने यूबीटी और शरद पवार की पार्टी के पर्चा भर दिया है। चार सीटों पर उद्धव सेना के बागियों ने कांग्रेस की नाक में दम कर रखा है।
नेताओं के बगावत से सबसे अधिक रार महायुति गठबंधन में है। बीजेपी को दिए गए 9 विधानसभा क्षेत्रों नवी मुंबई में ऐरोली, मुंबई के अंधेरी पूर्व, पेचोरा, बेलापुर, फुलंबरी, कल्याण पूर्व, विक्रमगढ़, सोलापुर सिटी में शिंदेसेना के बागियों ने नामांकन किया है। अंधेरी ईस्ट से जहां पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा की पत्नी और बेटी ने नामांकन दाखिल किया है। वहीं 10 विधानसभा क्षेत्रों मेहकर, बुलढाणा, सावंतवाड़ी, जालना, पैठन, घनसावंगी, रायगढ़ जिले में अलीबाग के अलावा कर्जत, मुंबई की बोरीवली और मीरा भाईंदर में बीजेपी नेताओं ने शिंदे की शिवसेना के खिलाफ ताल ठोंक रखा है।
4 तारीख तक बागियों को समझाएं: अमित शाह
बागियों के कारण बिगड़ रहे खेल पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के नेताओं को हिदायत दी है। डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि बीजेपी बड़ी पार्टी है और हमारे कई नेता चुनाव लड़ने की इच्छा रखते हैं। गठबंधन में पार्टी की अपनी सीमा है और हम बागियों को मनाने की कोशिश कर रहे हैं। उम्मीद है कि चार नवंबर के पहले वह मान जाएंगे। दूसरी तरफ कांग्रेस ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए मीटिंग बुलाई है। कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने बताया कि पार्टी किसी भी सीट पर फ्रेंडली फाइट के मूड में नहीं है। शिवसेना यूबीटी और एनसीपी (एसपी) के नेताओं से बातचीत चल रही है, बागियों को नामांकन वापस लेने के लिए मनाया जा रहा है। इस बीच महाराष्ट्र के दूसरे डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि किस-किस पार्टी से कौन-कौन उम्मीदवार रहेंगे इसकी पूरी तस्वीर 4 तारीख को शाम 4 बजे तक साफ हो जाएगी।