श्री प्रजापत समाज नवयुवक मंडल ट्रस्ट साउथ बैंगलुरु कोतनुर धिन्ने का १३वां वार्षिक सम्मेलन सम्पन्न:
माही बीज की रही धुम बैंगलुरु कि सभी संस्थाओ का हुआ सम्मान
हिन्द सागर, राजूराम प्रजापति, बेंगलुरू: श्री प्रजापत समाज नवयुवक मंडल ट्रस्ट साउथ बैंगलोर संस्था के बैनर तले दो दिवसीय १३वां वार्षिक महोत्सव का आगाज शानदार भक्ती संध्या के साथ हुआ। समाज के सुप्रसिद्ध भजन सम्राट चेतन प्रजापत मादलिया ने गणपति वंदना से आगाज कर गुरु वंदना, घोडलीयो मंगवा दे मारी मां, बाबा रामदेवजी और श्री श्रीयादे माताजी के भजनो कि प्रस्तुति दी। समाजबंधु भक्ती संध्या मे नाचते झुमते हुए आनन्द लिया। साध्वी श्रीबहुला गोपाल सरस्वती ने श्री श्रीयादे माताजी कि कथा का वाचन कर प्रजापत समाज को अपने धर्म के प्रती जागरूक रहकर सनातन धर्म कि रक्षा का आह्वान किया। समाज के दानदाताओं ने चढावो कि बोलीयो मे बढचढ कर भाग लिया। आज शुभ वेला मे बोलीयो के लाभार्थी सपरिवार मंदीर प्रांगण मे माताजी को हार तिलक और चुनरी चढाकर आरती कर श्री श्रीयादे माताजी का श्रंगार किया। और अमर ध्वजा के लाभार्थी परिवार ने अमरधवजा लहराई तो एकाएक वातावरण जयघोष जे गुंजायमान हो गया। राजस्थान से आये 9 पट्टीयो के समाजबंधुओ का सम्मान माला, शाॅल और साफा द्वारा किया गया। बैंगलुरू कि दस संस्थाओ के प्रतिनिधियो का भी सम्मान किया गया। बोलीदाता दानदाताओं का सम्मान सपरिवार किया गया। राष्टीय प्रजा प्रभुत्व सेना के अध्यक्ष कुँवर राकेश देसरला ने भी प्रजापत समाज के साथ हर दिन हो सुख दुख मे साथ रहने का आश्वासन दिया। और प्रवासी राजस्थानी समाज को अपनी एकता दिखानी चाहिए। विधायक कृष्णापा ने भी सामाजिक एकता कि बात कही और समाज को भरोसा दिया कि कही जमीन मे सहयोग किया जायेगा। हम सब भारतीय एक है और एक होकर सनातन धर्म को आगे बढाना चाहिए। समाज कि पूर्व कार्यकारिणी का बहुमान स्मृति चिन्ह से किया गया। समाजबंधुओ ने महाप्रसाद का आनन्द भी लिया। महिला मंडल और नवयुवक सेवा समिति के कार्यकर्ताओं का समाज द्वारा सम्मान किया गया। समाज के पोतेदार ने लेखा जोखा प्रस्तुत किया। समाज के जीवाराम घोडेला, सोहनलाल ब्रांधना, केसाराम भाणा, गनपतलाल ब्रांदना, घेवरराम रेडवाल, सुरेश कवाडिया, मल्लाराम पडाया, किशनलाल थांवलिया, धरमाराम भाणा, घेवरराम कुंडलवाल आदि उपस्थित रहे। नवयुवक सेवा समिती का कार्य सहारनीय रहा।मंच संचालन राजूराम बेतेड़िया और श्रवणकुमार रावरीया ने किया।