कोविड-19 के मरीजों को पहुंचाए जाने वाले सामान के दाम 3 गुना वसूले गए।
10 रुपये के सामान का बिल 35 रुपए बनाकर किया गया पैसों का बंदरबांट
चतुर्भुजा शिवसागर पाण्डेय
हिन्द सागर भाईंदर। वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के आगमन पर मीरा भयंदर महानगर पालिका ने कोविड-19 की तैयारियां जोरों से किया था। इन तैयारियों के बीच कोविड- 19 के मरीजों को जरूरी सामान मुहैया कराने की जिम्मेदारी मनपा प्रशासन को थी। इसी जिम्मेदारी का भरपूर लाभ उठाते हुए मनपा अधिकारियों ने मरीजों को दिए जाने वाले सामान में 3 गुना ज्यादा का बिल लगाकर जनता के पैसों का बंदरबांट किया।
ज्ञात हो कि कोविड-19 में जरूरी सामान के नाम पर कोलगेट, टुथब्रश, साबुन, तेल, फिनायल के अलावा सभी जरूरी तो सामान सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जाने का निर्देश मनपा को दिए गए थे। मीरा भायंदर मनपा के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों ने आयुक्त के साथ मिलकर जनता के पैसे को दोनों हाथों से लूटा है। हाल ही में 21 दिसम्बर सोमवार के दिन मनपा अंतर्गत वार्ड क्र. 5 के पार्षद श्री प्रकाश सिंह (मुन्ना सिंह) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मनपाकर्मियों के इस घिनौने खेल का विस्तृत खुलासा किया। घोटाले का खुलासा करते हुए कहा कि मीरा भायंदर मनपा के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों ने आयुक्त तथा ठेकेदारों की मिली भगत से ₹10 का टूथब्रश ₹35 में, 20 रु का साबुन 40 रुपए में, 89 रुपए का गुड नाइट 175 रुपए में, 60 रुपए का पाउडर 160 रुपए में, 50 रुपए का शैम्पू 75 रुपए में तथा अन्य बहुत जरूरी सामानो का फर्जी बिल बना कर जनता को निचोडकर वसूला गया खजाना खाली किया गया है।
पत्रकारो द्वारा मनपा पर भाजपा का सत्ता होने के सवाल पर जबाब देते हुए उन्होंने बताया कि कोविड महामारी के समय सारा पावर आयुक्त के पास था, और मनपा कर्मी ही सारे फैसले लेते थे। इस मामले में भाजपा की महापौर तथा नगर सेवको को कोई जानकारी नहीं दिया जाता था। मुन्ना सिंह ने घोटाले पर प्रकाश डालते हुए कोविड सेंटर जो भी सामना उपलब्ध कराया गया था, वह सामान खुद बाजार से खरीदकर बाजार का बिल तथा लूटकेस के लिए बनाए गए मनपा बिल को आमने – सामने रखकर मिडिया के समक्ष खुलासा किया। इस खुलासे मे उन्होंने यह प्रमाणित किया कि मनपा अधिकारियों ने कोविड-19 की आफत को खुद के लिए कैसे अवसर मे तब्दील कर दिया।
उन्होंने इस सुनियोजित लूट मे मनपा कर्मियों के साथ मनपा आयुक्त तथा ठेकेदारों को भी जिम्मेदार ठहराया। ऐसे मौके पर एक कहावत विल्कुल सटीक बैठता है कि-
जब बाढ़ (मेड) ही खेत खाएगा तो,
तो खेत को कौन बचाएगा ?
अगर मनपा अधिकारी इसी तरह जनता के पैसे का लूटपाट करेंगे तो इस मीरा भायंदर प्रगति के पथ पर कैसे अग्रसर होगा।