राज्य काँग्रेस मे अपना अलग रुतबा रखने वाले वर्तमान में महाराष्ट्र उपाध्यक्ष, पुर्व एमएलसी, कद्दावर नेता माने जाने वाले मुजफ्फर हुसैन का नाम सभी कयासो पर विराम लगाते हुए तय माना जा रहा है।
सी. बी. पाण्डेय
हिन्द सागर भायंदर। महाराष्ट्र मे विधान परिषद चुनाव के लिए हलचल तेज हो गया है इस बीच राज्य के कद्दावर माने जाने वाले नेताओं को राज्यपाल की ओर से नामित किए जाने वाले सदस्यों को लेकर कयास लगाया जा रहा था। इसको लेकर महाआघाडी के घटक दल सक्रिय हो गए हैं। महामहिम राज्यपाल की ओर से दो वर्ष के लिए नामित किए जाने वाले 12 सदस्यों का कार्यकाल पिछले जून महीने में ही पूरा हो चुका है। लेकिन कोरोना लाकडाऊन के चलते यह मामला लटका हुआ हथा। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार महाआघाडी की ओर से अपने कोटे के सदस्यों की सूची को अंतिम रूप दिया जा चुका है। जिसे शीघ्र ही महामहिम राज्यपाल श्री भगतसिंह कोश्यारी के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
मुजफ्फर हुसैन के नाम की संभावना
पार्टी के वरिष्ठ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस में अल्पसंख्यक कोटे के कालीना सीट से विधानसभा में पराजित उम्मीदवार पूर्व कैबिनेट मंत्री नसीम खान तथा महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष मुजफ्फर हुसैन में खीचतान जारी है, लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मुजफ्फर हुसैन का नाम विधान परिषद के लिए लगभाग तय कर दिया है।
भूतपूर्व विधान परिषद के सदस्य रहे मुजफ्फर हुसैन अनुभवी और तेजतर्रार नेता है। बता दें कि हाल ही में मीरा भायंदर की निर्दलीय विधायक गीता जैन शिवसेना में शामिल हुईं हैं। जिससे मीरा भायंदर की दोनों विधानसभा सीटों तथा लोकसभा सीट पर शिवसेना का कब्जा है, जबकि मनपा में भाजपा के पूर्ण बहुमत की सत्ता है। जानकर कयास लगा रहे हैं कि वर्ष 2022 में मनपा का चुनाव होने के कारण काँग्रेस आलाकमान अपने कार्यकताओं का मनोबल बढ़ाने तथा सत्ता का संतुलन बनाए रखने के लिए कांग्रेस ने मुजफ्फर हुसैन को विधान परिषद में भेजने का निर्णय लिया है।
संभावित व्यक्तियों के नाम
विधान परिषद मे राज्यपाल द्वारा नामित सदस्यों में राकांपा से एकनाथ खडसे, शिवसेना से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी सचिव मिलिंद नार्वेकर का नाम तय माना जा रहा है।