कंगना रनौत बनाम महाराष्ट्र सरकार का मुद्दा शांत होता नहीं दिख रहा है। रनौत के दफ्तर पर जेसीबी चलवाकर चौतरफा घिरी उद्धव सरकार पर अब पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी जमकर बरसे। फडणवीस सरकार ने कहा कि कंगना रनौत के मुद्दे को शिवसेना ने बहुत बड़ा बना दिया। वह कोई राजनेता नहीं हैं। बीजेपी नेता ने महाराष्ट्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा, ”आप दाऊद का घर तोड़ने के लिए नहीं जाते हैं, लेकिन कंगना रनौत के स्थान पर तोड़फोड़ की।”
फडणवीस ने कहा, ”कंगना का मुद्दा तो बीजेपी ने नहीं उठाया। आप क्यों ऐसा बयान देते हो कि उन्हें मुंबई नहीं आना चाहिए। पूरी आपकी सिस्टम क्यों लग जाती है। ये मुद्दा बड़ा क्यों हुआ? कंगना तो कोई राष्ट्रीय नेता नहीं थी। यह कोई ऐसा मुद्दा तो नहीं था जो राष्ट्रीय स्तर पर चला जाए। आपने उसको बड़ा किया। आपने उसके घर जाकर तोड़ा। किन किन शिवेसना नेताओं के घर और दफ्तर अवैध हैं, ये चीजें बाहर आ रही हैं। आप दाऊद का घर तोड़ने नहीं जाते, उसका (कंगना) घर तोड़ने जाते हो।”
मुंबई की तुलना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) से करने की वजह से कंगना रनौत से नाराज शिवसेना के कई नेताओं ने कंगना रनौत को मुंबई नहीं आने की चेतावनी दी थी। हालांकि, केंद्र सरकार से सुरक्षा मिलने के बाद 9 सितंबर को कंगना के मुबई पहुंचने से पहले बीएमसी ने उनके दफ्तर के कथित अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया।
बीएमसी की ओर से बांद्रा वेस्ट के पाली हिल रोड पर स्थित कंगना रनौत के दफ्तर के कथित अवैध निर्माण की तोड़फोड़ को लेकर महाराष्ट्र सरकार की काफी आलोचना हुई। महाराष्ट्र सरकार में शामिल एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने भी इस पर सवाल उठा दिए। फिलहाल यह मामला हाईकोर्ट में हैं। कंगना रनौत ने बीएमसी की कार्रवाई के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हाईकोर्ट ने तोड़फोड़ पर रोक लगाते हुए बीएमसी से जवाब मांगा है।