बकायदा, किसी गाड़ी की चोरी से पहले उसकी तस्वीरे खींचकर ग्राहक के पास अप्रूवल के लिए भेजी जाती थी. और डील होने के बाद ही गाड़ी की चोरी होती थी.
नई दिल्ली: राजधानी कीपुलिस (Delhi Police) ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो ऑन डिमांड गाडियां चोरी करता था. बकायदा, किसी गाड़ी की चोरी से पहले उसकी तस्वीरे खींचकर ग्राहक के पास अप्रूवल के लिए भेजी जाती थी. और डील होने के बाद ही गाड़ी की चोरी होती थी. पुलिस ने इस गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान मोहम्मद साजिद, सोनू, आकाश व मुन्ना के रूप में हुई है.
पुलिस ने बताया कि आरोपी ऑटो से जाकर पहले आसपास रेकी किया करते थे. और मौका मिलते ही लग्जरी गाड़ियों की चोरी कर लेते थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से ऑटो, एक स्कूटी, एक बाइक, छह कार की ईसीएम, 34 डुप्लीकेट चॉबी, एक टूल किट, डिजीटिल टैब, आठ मोबाइल व अन्य सामान भी बरामद किया हैं.
दरअसल, छतरपुर एंक्लेव से दो सितम्बर की देर रात एक स्कॉर्पियो गाड़ी चोरी हो गई थी. जिसकी शिकायत पुलिस से करते हुए मैदानगढ़ी थाने में केस दर्ज किया गया था. शिकायत के आधार पर पुलिस की एक टीम ने इलाके के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालते हुए अपनी छानबीन शुरू की. इस दौरान पुलिस को ऑटो स आए दो-तीन लोग गाड़ी चुराते हुए दिखे.
गाड़ी चोरी होने के करीब एक हफ्ते बाद यानी आठ सितम्बर को पुलिस को सूचना मिली कि एक संदिग्ध ऑटो उसी इलाके में घूम रहा है और देखने में चोरी के लिए इस्तेमाल होने वाला प्रतीत हो रहा है. सूचना पर पुलिस ने तुरंत सौ फुटा रोड पहुंच ऑटो ड्राइवर आकाश को पकड़ लिया. जिनसे पूछताछ में अपना जुर्म कबूलते हुए उसके सहयोगियों मोहम्मद साजिद का पता बता दिया, जिसे बाद में पुलिस ने सराये काले खां से दबोचा लिया जबकि दो अन्य आरोपी को भी अरेस्ट कर लिया.
पूछताछ में आकाश ने खुलासा किया वह वाहन चुराने वाले गैंग का सदस्य है और उनके गैंग का सरगना मोहम्मद साजिद है. इन्होंने स्कॉर्पियो गाड़ी चोरी करने की बात कबूल कर ली. आरोपियों ने बताया कि बक्सर बिहार में बैठे लोगों की डिमांड पर वे वाहन चोरी करते हैं. आरोपी ऑटो ड्राइवर ने बताया वह इलाके में घूमते हुए लग्जरी कारों की तस्वीर खींच मोहम्मद साजिद और अन्य को भेज देते थे. इसके बाद गैंग के सदस्य उस गाड़ी का देखने के लिए पहुंचते, फिर मौका मिलने पर टूल किट की मदद से गाड़ी को चुरा लेते थे. इस गैंग के पकड़े जाने पर पुलिस ने छह मामले सुलझाने का दावा किया है. सभी आरोपियों का पुराना अपराधिक रिकॉर्ड है.