विनय दूबे @ हिन्द सागर
मीरा-भाईंदर: एक ओर चुनावी माहौल की कड़ी आचार संहिता तो दूसरी ओर दिवाली के पर्व का उत्साह, स्थानीय नेताओं की जुबानी आतिशबाजी के बीच दिवाली के पटाखे शहर में खूब फूटे।
ज्ञात हो की पाँच दिन तक मनाएँ जाने वाला दीपावली का पर्व हिन्दू धर्म का एक प्रमुख त्यौहार है, अतएव मीरा भाईंदर शहर में धूमधाम से दिवाली का पर्व मनाया जा रहा है,दिन ढलते ही घरों के बाहर लटके हुए जगमगाते कंदील और खिड़कीयों पर टिमटीमाती रंगीन लाइटों के कारण पूरा शहर जगमगाने लगता है,पांच दिवस तक मनाये जाने वाले दिवाली के त्यौहार में अमावस्या के दिन श्री लक्ष्मी पूजन का प्रमुख महत्व होता है,अतः 31 अक्टूबर और 1 नवम्बर के दिन सभी हिन्दू घरों में लगभग एक साथ और एक ही समय श्री लक्ष्मी पूजन के समय मंत्रो की गुंज के साथ शंख नाद से आस पास का परिसर ऊर्जावान हो गया,अलबत्ता शहर में जम कर आतिशबाजी भी हुई तो वायु प्रदुषण तो होना ही था नतीजन शहर में कल शाम को 114 एक्यूआई दर्ज किया गया एवं पार्टिकुलेट मैटर (कणिका पदार्थ),2.5 डब्ल्यूएचओ के दिशानिर्देशों द्वारा दी गई अनुशंसित सीमा से 2.7 गुना अधिक था।
आगामी चुनाव को लेकर शहर में कड़ी सुरक्षा के इंतजाम के बीच धूम धाम से मनाया गया दिवाली का त्यौहार।