भारत में 5G आने के बाद क्या बेकार हो जाएंगे 4G फोन ?, क्या कहते हैं एक्सपर्ट ?

हिन्द सागर, संवाददाता। देश में 4G के बाद अब 5G नेटवर्क की धमक होगी। दो साल तक चले लंबे ट्रायल के बाद अब इसे मार्केट में उतारने की तैयारी अंतिम चरण में है। 5G नेटवर्क अपग्रेड के लिए स्पेट्रम की नीलामी भी हो चुकी है।

दावा किया जा रहा है कि इसके बाद डिवाइस में इंटरनेट की स्पीड 10 से 15 गुना बढ़ जाएगी। ऐसे में मौजूदा समय में 4जी इंटरनेट सेवाओं को उपयोग कर रहे उपभोक्ताओं के मन में एक डर है। आइए जानते हैं टेलीकॉम कंपनियां 4G ने 5G में अपने नेटवर्क को कैसे अपग्रेड करेंगी? अगल- अलग बैंडविथ पर इंटरनेट की स्पीड क्या होगी और क्या यूजर्स ने हाईस्पीट नेट के लिए अपनी मौजूदा डिवाइस या फिर फोन को चेंज की आवश्यकता होगी या फिर नहीं?

एयरटेल का दावा है कि उसके 4जी उन्नत नेटवर्क की अधिकतम गति 135Mbps है। लेकिन यूजर के फोन में इंटरनेट की स्पीड इसकी लगभग आधी ही रहती है। इसका कारण नेटवर्क की भीड़, डिवाइस का प्रकार और स्थान जैसे कई कारक हैं। लेकिन 5जी नेटवर्क की स्पीड अच्छी रहने वाली है। 4जी से करीब तीन गुना 5जी की स्पीड में सुधार होगा। यानी 4K फाइल फोन से आसानी से स्ट्रीम की जा सकेगी। डेटा ट्रांसफर भी आसानी होगा। कुल मिलाकर आपका मोबाइल इंटरनेट एक हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड कनेक्शन की स्पीड में काम करेगा।

सब -6 हर्ट्ज 5G घर अंदर देगा बेहतर स्पीड

सब -6GHz 5G अधिकांश उपभोक्ताओं के लिए बेहतर है। सब-6GHz 5G नेटवर्क समान सेलुलर टावरों पर अपग्रेड किया जा सकता है। इनडोर में बेहतर सिग्नल के लिए स्पेक्ट्रम कंक्रीट की दीवारों के माध्यम से अधिक आसानी से प्रवेश कर जाता है। यह आपके फोन की बैटरी लाइफ के लिए भी बेहतर है। यानी इस नेटवर्क से आप घर के अंदर और बाहर एक जैसा सिग्नल उपलब्ध होगा।

टेलीकॉम कंपनियों के 5जी स्पेक्ट्रम आवंटन

टेलीकॉम कंपनियों को स्पेट्रम आवंटन का सबसे बड़ा वर्गीकरण सब -6GHz 5G के लिए है। सभी बैंडविथ के लिए अधिकत 26 GHz के स्पेक्ट्रम का आवंटन किया गया है। रिलायंस ने कुल 24,740Mhz स्पेक्ट्रम, भारती एयरटेल ने 19867Mhz स्पेक्ट्रम जबकि वोडाफोन-आइडिया ने 6228Mhz स्पेक्ट्रम खरीदा है। ऑपरेटर-वार स्पेक्ट्रम नेटवर्क का आवंटन निम्न है।

एयरटेल: 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज़

वोडाफोन आइडिया: 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज

रिलायंस जियो: 700MHz, 800MHz, 1800MHz, 3300MHz और 26GHz

अदानी डेटा नेटवर्क: 400 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज

फोन के बैंड नेटवर्क सपोर्ट के लिए जिम्मेदार

फोन में बेस्ट 5जी एक्सपेरियंस के लिए आपके फोन के 5जी बैंड जिम्मेदार हैं। फोन में 5जी बैंड की संख्या जितनी अधिक होगी, आपका एक्सपेरियंस उतना ही शानदार होगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सैमसंग और एपल के स्मार्टफोन में 5जी बैंड की संख्या सबसे ज्यादा होती है। वैसे आजकल सभी कंपनियां अपने फोन में 5जी बैंड के नंबर्स की जानकारी सार्वजनिक करने लगी हैं,

लेकिन यदि आपको पता नहीं चलता है तो आप NetMonster एप की मदद से अपने फोन में सपोर्ट करने वाले 5जी बैंड की संख्या का पता लगा सकते हैं।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?

भारत में 5जी मोबाइल नेटवर्क की तकनीकी पर काम शुरू होने करीब 2 साल बाद 5जी फोन लांच होना शुरू हो गए। लेकिन समस्या ये है कि जब तक हमारे पास 5जी नेटवर्क नहीं है तब तक किसी भी 5जी हैंडसेट वाले यूजर के लिए ये निश्चित कर पाना संभव नहीं है कि उसका फोन क्या सच में 5जी नेटवर्क को सपोर्ट करता है। इसके लिए एक्सपर्ट्स ने दावा किया कि 4जी से 5जी नेटवर्क में परिवर्तन सिर्फ एक अपग्रेड है। ये 2जी से 3जी में परिवर्तन जैसा बिल्कुल नहीं है। साइबर लॉ एक्सपर्ट के अनुसार 5जी आने के बाद 4जी फोन बेकार नहीं होगा। शुरुआत में तो यह 4जी नेटवर्क पर ही निर्भर रहेगा। हालांकि रिलायंस इसके लिए अलग से स्ट्रक्चर तैयार करने की बात कह रही है। लेकिन फिर भी 4जी फोन यूजर्स को परेशान होने की जरूरत नहीं है। सच यह है कि आप 4जी फोन पर 5जी नेटवर्क की स्पीड का आनंद नहीं ले पाएंगे। फिलहाल 4जी नेटवर्क इतना जल्दी खत्म नहीं होने वाला भी नहीं है।