आरक्षित प्लॉट खाली कराने में मनपा की आनाकानी

कब्जेदार को मनपा प्रभाग अधिकारी ने दिया बिना नाम का नोटिस

असमाजिक तत्वों से गलबहियां करने का आयुक्त पर लग रहा आरोप

हिन्द सागर, मीरा-भाईंदर : मीरा भाईंदर मनपा हद क्षेत्र के अंतर्गत मीरारोड के पूनम सागर में स्थित आरजी प्लाट पर कुछ असमाजिक तत्वों ने बरसों से कब्जा कर रखा है। इस कब्जे को छुड़ाने के लिए भाईंदर भाजपा के प्रवक्ता रणवीर बाजपेई ने अनशन किया था। हाल ही में इस अनशन को मनपा अधिकारियों ने यह कहते हुए समाप्त कराया, कि जल्द ही या प्लाट खाली करा दिया जाएगा।

ज्ञात हो कि एमवीएमसी प्रशासन ने वर्षों से पूनम सागर के आरजी प्लॉट पर किए गए अतिक्रमण को हटाने का वादा किया है। इस मुद्दे को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे रणवीर वाजपेयी ने मनपा से लिखित आश्वासन के बाद अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी थी। उस समय मनपा ने लिखित आश्वासन के तौर पर 29 अगस्त तक भूमि को खाली कराकर पूनम सागर महासंघ के निवासियों को हस्तांतरित करने का आश्वासन दिया था।

बताते चलें कि आरजी प्लॉट उक्त परिसर में उपस्थित भवनों में रहने वाले निवासियों के मनोरंजन और खेल के लिए आरक्षित क्षेत्र है। पूनम सागर कॉम्प्लेक्स के निवासियों के लिए आरक्षित स्थान पर पिछले 10 वर्षों से ‘प्रमोद डेकोरेटर्स’ नामक दुकानदार का कब्जा है। इस डेकोरेटर ने मनपा द्वारा बच्चों के खेलने हेतु आरक्षित जगह पर ३०,०० मीटर X 15,00 मीटर का बांबू तालपत्री द्वारा बनाया गया गोदाम बनाकर कब्जा किया है।

इसी प्लाट को खाली कराने के संबंध में मनपा के प्रभाग अधिकारी चंद्रकांत बोरसे ने सुनवाई किया, जिसके बाद कब्जेदार को 15 दिन के भीतर प्लाट खाली करने का नोटिस दिया। इस नोटिस में सबसे अहम बात तो यह है कि नोटिस में कब्जेदार का नाम प्रदर्शित नहीं किया गया है। मतलब यह की जिस व्यक्ति को नोटिस दिया गया है उस व्यक्ति का नाम मनपा उजागर नहीं करना चाहती।

मनपा आयुक्त पर कब्जेदार से सांठगांठ का लग रहा आरोप

मनपा द्वारा दिए गए नोटिस पर ‘प्रमोद डेकोरेटर’ के मालिक का नाम न लिखा होने से मनपा आयुक्त पर कब्जेदार से मिले होने का आरोप लग रहा है। इसी संदर्भ में रणवीर बाजपेई ने एक विडियो जारी कर मनपा आयुक्त पर दोहरी राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने वीडियो के माध्यम से बताया कि एक तरफ तो हमारा अनशन खत्म कराकर प्रभाग अधिकारी द्वारा कब्जा खाली करने के लिए “बेनाम बादशाह” नोटिस जारी किया जाता है, वहीं दूसरी तरफ मनपा आयुक्त कब्जेदार के साथ जन्मदिन का केक काटते हैं। इस तरह आयुक्त के चाल, चरित्र का चेहरा कुछ और ही है।

मनपा में IAS अधिकारी नियुक्त करने की उठ रही मांग

मनपा आयुक्त के संबंध में रणवीर बाजपेई ने मुख्यमंत्री तथा उपमुख्यमंत्री से मांग किया है कि मीरा भाईदर शहर को सही तरह से विकसित करने के लिए किसी आईएएस अधिकारी को आयुक्त के रूप में शहर को दिया जाना चाहिए। हालांकि इस संबंध में शहर के कई बुद्धिजीवियों का भी यही मानना है।

ज्ञात हो कि दिलीप ढोले इसी मनपा में उपायुक्त पद पर कार्यरत थे, और एक आईएएस अधिकारी को हटाकर इनकी नियुक्ति की गई थी, जिस पर शहर के कई पत्रकारों, समाजसेवियों ने मामले को लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। हालांकि यह मामला अभी भी न्यायालय में लंबित चल रहा है।

बताते चलें कि ‘प्रमोद डेकोरेटर’ के मालिक को स्थानीय नेता बताया जा रहा है। रणवीर ने कहा कि अपनी प्रतिष्ठा की वजह से वह नेता इतने सालों से आरजी प्लॉट पर कब्जा कर रखा है, जिस कारण मनपा ने नोटिस पर नाम नहीं जाहिर किया। अब स्थानीय रहवासियों के मन में यह आशंका पैदा हो रही है कि कहीं नेता के रसूख तले दबे आयुक्त प्लाट खाली कराने में असमर्थ साबित न हो जाए।