जनमानस की आस्था का केंद्र बना “पुखराजजी महराज का होसूर बंडे गौशाला”

◆ पाँच एकड मे फैले होसुर बंडे गौशाला के रखरखाव का कार्य श्री मातेश्वरी भक्त मंडल संस्था के सानिध्य मे होता है।

◆ यहाँ आने वाला हर व्यक्ति दुखों से दूर, यहीं का बनकर रह जाता है।

हिन्द सागर, अमरचंद सिरवी/बैंगलुरू: श्रीकृष्णा गौ सेवा संस्था गौशाला बेंगलुरु के होसुर बंडे नामक जगह पर स्थित है। इस गौशाला के रखरखाव की जिम्मेदारी श्री मातेश्वरी भक्त मंडल संस्था के अधीनस्थ है। इस गौशाला की छटा अपने आप में निराली है। यह गौशाला 5 एकड़ की विशाल भूमि पर फैली हुई है। गौशाला मे एक तरफ जहाँ गाय और बछडो के लिए ब्यवस्था है वहीं दूसरी तरफ गुरुकुल के लिए भी जमीन प्रस्तावित की गई है। गौशाला के भीतर अलग-अलग प्रजातियों की 300 गायों का पालन पोषण किया जाता है। इन गायों के रहने के लिए अच्छी व्यवस्था के साथ ही चारे के लिए दो बड़े-बड़े विशालकाय गोदाम बनाए गए हैं। जिससे साल के 12 महीने गायों के लिए चारा एकत्रित रहता है। इस गौशाला में एक विशेष मंच भी बनाया गया है। जिसमे समय-समय पर भजन संध्या तथा धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। श्रीमातेश्वरी भक्त मंडल को गौशाला की जमीन स्थानीय विधायक अरविंद लिंबावली के अथक प्रयासों से प्राप्त हुआ है। इस गौशाला की सबसे प्रेरणादायक बात यह है कि स्थानीय विधायक अरविंद लिंबावली हर वर्ष अपना जन्मदिन गौशाला मे ही मनाते हैं।

इस गौशाला के संरक्षक संस्था श्री मातेश्वरी भक्त मंडल के अध्यक्ष तथा आम जनता की आस्था का केंद्र पुखराज जी महाराज द्वारा इस गौशाला के उत्थान का कार्य किया जा रहा हैं। लोगों के अनुसार पुखराज जी महाराज में एक अलौकिक शक्ति का वास है, जिनके पास लोग खुद खिंचे चले आते हैं। पुखराज जी महाराज के वाणी में मृदुलता व तेज है, जो आने वाले भक्तों के भविष्य को सुनिश्चित करने में प्रेरणादायक साबित होता है। इन सबके अलावा इस संस्था में वैदिक तथा मंत्रोचार द्वारा रोगियों का इलाज भी किया जाता है। हिन्द सागर संवाददाता द्वारा कुछ भक्तों से बात करने पर मालूम चला की कई लोग बीमारी की हालत में यहाँ आते हैं कुछ दिन गौ सेवा सानिध्य में रहने के बाद वह पूरी तरह से स्वस्थ होकर अपने घर को चले जाते हैं। ऐसे ही एक जोधपुर के निवासी व्यक्ति राजूराम सिरवी ने बताया कि उनके लडके गणेश सीरवी को दिमागी परेशानी थी इसी कारण शारीरीक कमजोरी दिनों दिन बढती जा रही थी। इस परेशानी का इलाज राजूरामजी कई डाँक्टरों से करा चुके थे। मेडिकल साइंस द्वारा पूरी तरह से नकार दिए जाने के बाद राजूराम निराश होकर टूटे हुए मन से अपने लडके को आखरी आस लगाए श्रीकृष्ण गौसेवा आश्रम मे इस आशा के साथ लेकर आए की ईश्वर की कृपा से पुखराज जी महाराज द्वारा ही कोई चमत्कार हो जाए। और उनकी आशाओं के अनुरूप प्रभु के आशीर्वाद तथा पुखराज जी महाराज के सेवा भाव से मेडिकल साइंस द्वारा अस्वीकार किए गए मरीज को भी कुछ ही दिनों में विशेष स्वास्थ्य लाभ हुआ। इस बात की पुष्टि पहले पहले से गौशाला का सेवा लाभ प्राप्त कर चुके बैंगलोर के नेमाराम जांगीड़ सुथार ने किया। इसी कारण आम जनमानस में पुखराज जी महाराज तथा श्रीकृष्ण गौ सेवा आश्रम होसुर बंडे के प्रति विशेष आस्था है।