बिल्डर के ख़िलाफ़ 26 जनवरी को किया जानेवाला आंदोलन पुलिस की रिक्वेस्ट पर फिलहाल किया स्थगित लेकिन जताया विरोध ।
प्रमोद कुमार
हिन्द सागर, कल्याण: मोहन ग्रुप द्वारा की जा रही वादा खिलाफी और बिल्डर की मनमानी के खिलाफ मोहन सबर्बिया इमारत संकुल के 1200 के करीब फ्लैटधारकों ने पुलिस की रिक्वेस्ट पर 26 जनवरी को किया जाने वाला बड़ा आंदोलन फिलहाल स्थगित कर दिया है, लेकिन विरोध जताया है, और मोहन ग्रुप पर कानून की अनदेखी कर फ्लैट धारकों के साथ धोखाधड़ी करने का गंभीर आरोप लगाया है। कानूनी विशेषज्ञों से राय लेकर बिल्डर के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की बात कही हैं।
मोहन ग्रुप बिल्डर के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज करके न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाने के बावजूद भी 2 साल से कोई न्याय न मिलता देख 26 जनवरी 2022 के दिन अंबरनाथ स्थित मोहन सबर्बिया इमारत संकुल के मुख्यद्वार के बाहर ही सभी 1200 फ्लैट धारक आमरण उपोष्ण कर बड़ा आंदोलन करने वाले थे, मगर उससे पहले स्थानीय पुलिस ने उक्त सोसायटी को एक पत्र लिखकर रिक्वेस्ट की कि पुलिस मध्यस्थता कर जल्द ही मोहन ग्रुप बिल्डर से सोसायटी पदाधिकारियों की मीटिंग करा कर आपकी समस्याओं का समाधान कराने की कोशिश करेंगे, इसके बाद मोहन सबर्बिया के फ्लैट धारकों ने पुलिस का अनुरोध स्वीकार गणतंत्र दिवस पर किये जाने वाला बड़ा आंदोलन तो नही किया लेकिन सोसायटी के पदाधिकारियों एवं फ्लैट धारकों ने मोहन ग्रुप पर कई तरह कानूनी प्रतिवद्धताओं का खुले आम उलंघन कर हजारों फ्लैट धारकों के साथ धोखाधड़ी करने का गंभीर आरोप लगाया है और कहा है कि एक के बाद एक मोहन ग्रुप द्वारा किया गया सरकारी जीआर कानून उलंघन का कारनामा सामने आता जा रहा हैं, मोहन ग्रुप ने सरकारी कानूनों का उलंघन कर फ्लैट धारकों को प्लेट बेचकर फंसा दिया हैं, ज्ञात हो कि अम्बरनाथ पश्चिम फादर एग्नेल स्कुल के पास मोहन ग्रुप लाइफस्टाइल नामक इमारत में उल्हासनगर के व्यापारी और समाजसेवी मनोहर वज़ीरानी ने फ्लैट खरीदा, 4 साल पहले से ही इमारत में सुविधाओं का अभाव है, पानी की किल्लत के कारण महिलाओं ने मोर्चा भी निकाला था, तय स्क्वेअर फुट मकान में से कम एरिया के मकान देना, पानी लीकेज, मेंटेनेंस का हिसाब बिल्डर द्वारा ना देना, सोसायटी रजिस्ट्रेशन के लिये जरूरी काग़ज़ाद ना देना और ऐसी अन्य अनेकों गड़बड़ियों के चलते बिल्डर ने उनको और इमारतवासियों को तकलीफ़ दी, समझाने और बात करने के बावजूद भी बिल्डर माना तो स्थानीय पुलिस में शिकायत दी गयी बावजूद बिल्डर पर कोई असर ना होता देख मनोहर वज़ीरानी ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और मा. न्यायालय ने पुलिस प्रशासन को तहकीकात करके आईपीसी के तहत विभिन्न मानले दर्ज करने के आदेश दिए
जिसके बाद अम्बरनाथ पुलिस स्टेशन में मोहन ग्रुप भवन निर्माता जितेंद्र मोहनदास लालचंदानी, अमित गांधी, दीपक मनचंदा और एक अन्य अज्ञात के खिलाफ आईपीसी दफा 420,406,407,415, और महाराष्ट्र सदनिका अधिनियम मोपा कानुन अंतर्गत 6/10/11 के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई, बिल्डर की मनमानी बदस्तूर जारी है, पुलिस प्रशासन, स्थानीय समाजसेवी, लोकप्रतिनिधियों के साथ कई बैठकें हुयी परंतु बिल्डर अपनी मनमानी ही चला रहा है,बिल्डर के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज करके न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाने के बावजूद भी कोई न्याय न मिलता देख गणतंत्र दिवस पर मोहन सबर्बिया इमारत संकुल के बाहर सभी 1200 फ्लैट धारक आमरण अनशन पर बैठने की अनुमति मांगी गई है, मगर पुलिस ने अनुमति नही देकर एक लिखित पत्र देकर फ्लैट धारकों से आंदोलन नही करने की रिक्वेस्ट की और कहा है कि शीघ्र की पुलिस मध्यस्थता कर बिल्डर से मीटिंग कराकर समस्या का समाधान कराने का प्रयास करेगी, ऐसी जानकारी स्थानीय रहिवासी व याचिकाकर्ता मनोहर वज़ीरानी और सोसायतिनके पदाधिकारी महेश शास्त्री द्वारा दी गई है,