पत्रकार कक्ष मे पत्रकारों को पानी के नाम पर दिया जा रहा है धीमा जहर

हिन्द सागर मिराभाईंदर। मिराभाईंदर महानगर पालिका मे पानी के नाम पर धीमा जहर दिया जा रहा है।

ज्ञात हो कि मिराभाईंदर मनपा पत्रकार कक्ष मे विस्लरी के फेंके गए बोतलो मे कई-कई महिनो तक कूलर का गंदा पानी पत्रकारों को पीने के लिए भरकर रखा जाता हैं।
पत्रकार कक्ष मे पत्रकारों को पानी पीने के लिए जिन वोतलो का उपयोग किया जाता है वह अवशेष, यानि कचरे मे डालने योग्य होता है। क्योंकि विस्लरी के हर वोतल पर साफ-साफ शब्दों मे लिखा होता है कि “Crush The Bottle After use” मललब उपयोग के बाद तोडकर कचरे मे डाल दिया जाय।
उन अवशेष वाले वोतलो मे पत्रकारों के लिए कूलर का गंदा पानी भरकर रखा जाता हैं जिससे पत्रकारों को भविष्य में गंभीर बिमारीयों का सामना करना पड सकता है।
क्योंकि नमी के कारण पानी की बोतल में हजारों बैक्टेरिया पनप जाते हैं। विज्ञान के मुताबिक, प्लास्टिक की बोतल में छोटी-छोटी दरारें और लकीरों के कारण बोतल में कीटाणु अपना स्थान बना लेतें हैं। जी हां, बार-बार प्लास्टिक की बोतल भरकर पानी पीना, टॉयलेट सीट का पानी पीने के समान है। इसके साथ ही अगर कोई व्यक्ति अपनी पानी की बोतल किसी के साथ शेयर करता हैं तो हानिकारक बैक्टेरिया इसमें बढ़ता जाता हैं। ऐसा करने से हमारी सेहत के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है।

*क्यों है नुकसानदायक ?*

कोल्ड ड्रिंक की बोतल या मिनरल बोतल में पानी रखने से हार्ट डिजीज, पैदा हुए बच्चे को खतरा, गर्भवती महिला को खतरा, पेट की दिक्कतें आदि ऐसी ही कई बीमारियां होती हैं।

*पत्रकारों के जीवन से हो रहा खिलवाड़*

बैज्ञानिकों के अनुसार शरीर मे होने वाली 90 प्रतिशत बिमारियां पानी के कारण होती हैं। दरअसल, प्लास्टिक की बोतलों में BPA (बिसफेनोल) ए नामक एक रसायन भी पाया जाता है, जिसका सेहत पर बहुत ही प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार प्लास्टिक की बॉटल का बार-बार इस्तेमाल करना कई तरह की महिला संबंधित समस्याओं का कारक हो सकता है. जैसे PCOS, हार्मोन में समस्या, ब्रेस्ट कैंसर और कई अन्य चीजें। एक शोध मे बात सामने आई है कि पुरुषों में ये शुगर, कैंसर जैसी कई खतरनाक बीमारियों का कारण बनते हैं। जिन प्लास्टिक की बोतलों में कोल्ड ड्रिंक और मिनरल वाटर बिकता है, वह polyethylene terephthalate (PET) से बनी होती हैं. ज्यादा तापमान होने पर या पानी के ज्यादा समय खुले मे रखने पर बोतल में से कई खतरनाक हानिकारक तत्व निकलते हैं जो पानी के साथ पेट में पहुंच जाते हैं और फिर शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं।