दलाल मीडिया को दरकिनार कर पत्रकारों ने आयुक्त के समक्ष रखी अपनी बात

 

हिन्द सागर मीरा-भाईंदर। मिरा भाईंदर महानगरपालिका मे शुक्रवार को आयुक्त दिलीप ढोले द्वारा एक आदेश जारी किया गया था। जिसमे जनता के लिए मात्र तीन घंटे और पत्रकारों के लिए 10:30 बजे से 3 बजे तक का समय मुकर्रर किया गया था। साथ ही सभी नागरिकों और जनता को पार्किंग सेवा से वंचितत रखा गया। आदेश के जारी होते ही सभी पत्रकारो में मायूसी छा गई। क्योकि समाचार संकलन करने का समय तीन बजे के बाद से ही आरंम्भ होता है। कुछ बडे मिडिया हाऊस द्वारा रात के दस बजे तक भी अति महत्वपूर्ण समाचारो का समाविष्ट किया जाता है। इन समाचारों के संकलन मे कुछ मुद्दे पर विशेष जानकारी के लेने के लिए अधिकारियों से बात करने की आवश्यकता पडती है। इन सबसे परे मनपा द्वारा प्रेस नोट ही तीन बजे के बाद ही जारी किया जाता है। ऐसे हालत में पत्रकारों के सामने यह समस्या उत्पन्न होगई की समाचार संकलन कैसे किया जायेगा। इस पर शहर के सभी प्रतिष्ठित पत्रकारों ने दलाल मिडिया को दरकिनार कर एकजुट होकर आयुक्त से वार्ता किया। पत्रकारों के समाचार सकलन की समस्या को समझते हुए आयुक्त ने अपने फैसले को सरल करते हुए माननीय न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए कहा की अनावश्यक रुप से पत्रकार किसी भी अधिकारी को परेशान न करते हुए देर साम तक समाचार संकलन कर सकते है। लेकिन पत्रकारों द्वारा उठाए गए पार्किंग के विषय को आयुक्त ने नजरअंदाज करते हुए एक तरह से पत्रकारों को परेशानी में डालने का कोशिश किया है। क्योंकि काशीमीरा मीरा रोड भायंदर पूर्व व दूरदराज से आने वाले पत्रकारों को वाहन पार्किंग की समस्या से भविष्य में जूझना पड़ सकता है। इस तरह पत्रकारों द्वारा किए गए आयुक्त वार्ता में भायंदर शहर के प्रतिष्ठित पत्रकारों में विनोद मिश्रा (सामना), अमित तिवारी (नवभारत टाइम्स), अनिल चौहान (नवभारत), मयूर ठाकुर (लोकसत्ता), महेंद्र पान्डेय (यशोभूमि), राकेश विश्वकर्मा (राजस्थान पत्रिका), धीरज परब (लोकमत), इरवा कोन्हापुरे (मराठी सामना), चतुर्भुजा पाण्डेय (हिन्द सागर), नामदेव काशिद (पुण्यनगरी), राजेश उपाध्याय (प्रातः काल), शकील शेख (सिटी न्यूज़), रेनू शर्मा (जागरूक टाइम्स), पंकज मिश्रा (हिंद सागर), राजेश सिंह (मिड मॉर्निंग), जतिन दधीच (थाने की आवाज), राजेश जाधव (मिशन जनकल्याण), दीपक नाईक (पुलिस बातमी पत्र), रोहित असले (पुलिस मदत पत्र), राम सागर यादव (वैभव सत्ता), मुशर्रफ शमसी (तिरछी आंख), सुभाष पाण्डेय (क्राइम फेस), अनिल नौटियाल (आपका समय), रोहित ठाकुर (वाईएनडी न्यूज़), शशि शर्मा (दबंग खबरें), मोईन सैय्यद (लोकहित न्यूज़) प्रेम यादव (मुंबई राजनीत न्यूज़) नीलेश फाफले (पुकार) अशोक निगम (महानगर समाचार) दिनेश कोठारी (जैन स्टार) विशाल पवार (मुंबई राजनीति न्यूज़) केतन बारिया (हम तो पूछेंगे) विजय मोरे (मनोदय) गणेश मिस्त्री (सेक्युलर मुंबई) रमेश शर्मा (TV9) महेंद्र वानखेडे (ईटीवी/लोकशाही) अनिल नौटियाल (इंडिया टीवी) राजा मयाल (एनडीटीवी), जय ठाकुर (ए एन आई सुबोध मिश्रा (जी बिजनेस, अजय तिवारी (एएनआई), साबिर शेख (आँन रिकॉर्ड मीरा भायंदर), सचिन दुबे (सिटीजन टीवी) रवि टुन्ना (उज्जवल भारत) विनय महाजन (हमारा मेट्रो) मोईन सैयद (लोकहित न्यूज़) रोहित ठाकुर (वाईएनडी न्यूज़) आदि मैजूद रहे।

दलाल मीडिया से परेशान मनपा अधिकारी

पत्रकारों द्वारा किए गए आयुक्त वार्ता के दौरान यह बात उभरकर आई कि कुछ दलाल किस्म के पत्रकार अधिकारियों को परेशान करते हैं।जिसके कारण समय पर जनता का काम नहीं हो पाता। ये दलाल किस्म के पत्रकार अधिकारियों से यह नाहक का डिमांड करते हैं। किसी भी तरह का गलत काम करने के लिए प्रेरित करते हैं। काम ना होने पर दिनभर ऑफिस के चक्कर लगाते हैं। इस तरह के कुछ मनमा मे 6 से 7 पत्रकारों का नाम उभरकर सामने आया है। इन पत्रकारों का नाम उजागर करने के मामले में कोई मामला सामने नहीं आया, पर विश्वस्थ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आयुक्त द्वारा दिया गया यह आदेश उन्हीं दलाल पत्रकारों के कारण दिया गया था। जिसको सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए निकालना पड़ा।
आयुक्त ने पत्रकारों को इशारे ही इशारे में समझाते हुए कहा कि जो लोग समाचार संकलन करना चाहते हैं उनके लिए मनपा और अधिकारियों का दिल दरवाजा दोनों हमेशा खुला है। पर जो लोग गलत मंशा लेकर अधिकारियों का समय बर्बाद करेंगे उनके ऊपर समय आने पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।