महाराष्ट्र:7 घंटे के अंदर मुंबई और नासिक में 3 बार भूकंप आया

  • मुंबई में इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.7 मापी गई है
  • नासिक में देर रात 4 और 3.6 तीव्रता का भूकंप आया है

शनिवार सुबह करीब 6.36 बजे मुंबई में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.7 मापी गई। अभी तक जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है। मुंबई में धरती कांपने के बाद कई लोग घरों से बाहर निकल आए।

नासिक में आधे घंटे के भीतर दो बार आया भूकंप
इससे पहले शुक्रवार देर रात 11.41 बजे महाराष्ट्र के नासिक में भूकंप का पहला झटका महसूस किया गया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4 आंकी गई। इसके कुछ देर बाद 5 सितंबर को रात 12.05 पर 3.6 तीव्रता का भूकंप आया। यहां भी किसी तरह के नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई है।

नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी

पालघर में कई महीने से आ रहे हैं भूकंप के झटके
पिछले कई महीनों से महाराष्ट्र के पालघर में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए जा रहे हैं, जिसकी तीव्रता 2 से 3.5 के बीच मापी गई है। हालांकि, उस भूकंप में भी किसी के हताहत होने या कोई नुकसान की खबर नहीं थी।

भारतीय उपमहाद्वीप में कई जगहों पर खतरा

भारत को भूकंप के क्षेत्र के आधार पर जोन-2, जोन-3, जोन-4 और जोन-5 में बांटा गया है। जोन-2 सबसे कम खतरे वाला और जोन-5 सबसे ज्यादा खतरे वाला जोन माना जाता है। जोन-5 में कश्मीर, पश्चिमी और मध्य हिमालय, उत्तर और मध्य बिहार, उत्तर-पूर्व भारतीय क्षेत्र, कच्छ का रण और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह आते हैं।

मध्य भारत कम खतरे वाले जोन-3 में आता है। जबकि, दक्षिण के ज्यादातर हिस्से सीमित खतरे वाले जोन-2 में आते हैं। वहीं, जोन-4 में जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, उत्तर बंगाल, दिल्ली, महाराष्ट्र शामिल हैं।

ऐसे लगाते हैं भूकंप की तीव्रता का अंदाजा

भूकंप की तीव्रता का अंदाजा उसके केंद्र (एपीसेंटर) से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है। सैकड़ों किलोमीटर तक फैली इस लहर से कंपन होता है। धरती में दरारें तक पड़ जाती हैं। धरती की गहराई उथली हो तो इससे बाहर निकलने वाली ऊर्जा सतह के काफी करीब होती है, जिससे बड़ी तबाही होती है।