कुष्ठ रोग खोज मिशन 2025

कुष्ठ रोग खोज मिशन 2025
प्रमोद कुमार
नवी मुंबई : केंद्र एवं राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार समाज में अज्ञात कुष्ठ रोगियों को खोजकर उन्हें उपचार के दायरे में लाना तथा समाज में कुष्ठ रोग के प्रति जागरूकता पैदा करना है। 30 जनवरी 2025 से 14 फरवरी 2025 तक नामुम्पा क्षेत्र में “कुष्ठ खोज मिशन” चलाया जा रहा है।यह अभियान नवी मुंबई नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग और नगर आयुक्त डॉ. के माध्यम से कार्यान्वित किया जाएगा। कैलास शिंदे के मार्गदर्शन में 181 टीमों के माध्यम से 98,542 घरों में 3,37,522 लोगों का दौरा किया जाएगा और जन जागरूकता फैलाई जाएगी। टीमों को इस तरह से संरचित किया गया है कि प्रत्येक टीम जानकारी एकत्र करने के लिए प्रति दिन प्रभावी ढंग से 30 घरों का दौरा करती है। प्रत्येक टीम में एक महिला एवं एक पुरूष कर्मचारी होगा। प्रत्येक घर में महिलाओं की जांच महिला स्टाफ द्वारा और पुरुषों की जांच पुरुष स्टाफ द्वारा की जाएगी। कुष्ठ रोग की विशेषता त्वचा पर हल्के/लाल रंग के सुस्त धब्बे, पसीना न आना, मोटी, सुस्त तैलीय/चमकदार त्वचा, त्वचा पर गांठें, कान की लोब का मोटा होना, भौंहों के बालों का पतला होना, आंखें पूरी तरह से बंद करने में असमर्थता आदि हैं। . लक्षण पूछकर जांच की जाएगी।नामुम्पा कार्य क्षेत्र का चयन सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार किया गया है और इसमें मलिन बस्तियां, निर्माण श्रमिक, पत्थर खदानें आदि शामिल हैं। भाग शामिल है. इसके मुताबिक, अभियान अवधि के दौरान 181 टीमें 3,37,522 की आबादी का दौरा करेंगी.इस अभियान का उद्देश्य समाज में अज्ञात कुष्ठ रोगियों को जल्द से जल्द ढूंढना और उन्हें बहु-औषधि चिकित्सा के अंतर्गत लाना, नए संक्रामक कुष्ठ रोगियों को ढूंढना और बहु-औषधि चिकित्सा के माध्यम से संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ना, कुष्ठ रोग के प्रसार को कम करना है। कुष्ठ रोग उन्मूलन का लक्ष्य और कुष्ठ उन्मूलन की दिशा में आगे बढ़ना। नामुम्पा आयुक्त डॉ. ने नागरिकों से अपील की कि वे उक्त अभियान में कुष्ठ रोग की जांच के लिए अच्छी प्रतिक्रिया दें और लक्ष्य हासिल करने में सहयोग करें. कैलास शिंदे ने किया है.