विजय संभव फाउंडेशन ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के लिए जागरूकता अभियान किया
(वीएसएफ) ने नो यूज टू प्लास्टिक,सेव वाटर फॉर टुमारो महिलाओं को प्रोत्साहित किया
हिन्द सागर, बेंगलुरू: विजय संभव फाउंडेशन ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर हाउसकीपिंग स्टॉफ, खाना बनाने वाली महिलाओ (कुक्स), और बेबीसिटर्स जैसे महिलाओ को उनके योगदान को सहारते हुए उनके मध्य ही अंतराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया। यह वो वर्ग है जिस पर जल्दी किसी का ध्यान नहीं जाता, उन्हें कैसे ऊपर उठाया जाए इसके लिए विजय संभव ने एक अनूठी पहल करते हुए, उनके बीच महिला दिवस मनाया और उन्हे साड़ीया सूती कपड़े के बैग मे उपहार के रूप में दिया गया, इसमें करीब पचास महिलाओ ने भाग लिया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के इस अवसर पर विजय संभव फाउंडेशन ने उन्हे यह बताया कि आप जैसे महिलाओ की वजह से आज कॉर्पोरेट की दुनिया में बाकी महिलाएं और पुरुष अपना पूरा कार्य कर पाते हैं। इस कार्यक्रम का आयोजन को 8 मार्च, 2024 को चौरसिया मैनर फेज 2 के क्लबहाउस में आयोजित किया गया, जहां (विजय सम्भव फाउंडेशन) ने अपने दृढ़ संकल्प का परिचय दिया। कि वह जीवन के हर क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं को सशक्त करने में जुटे हैं। विजय सम्भव फाउंडेशन की तीन प्रभावी महिलाओ ने प्रस्तुती की जिसमे चिंतामणि रंजन जो (वीएसएफ) की निदेशक हैं, उनके द्वारा नो यूज टू प्लास्टिक, सोनल कीर्ती जो फाउंडेशन की कानूनी सलाहकार हैं, उन्होंने इन गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओ को कार्पोरेट जगत का सतंभ बताया। दीपा गणेश द्वारा सेव वाटर फॉर टुमारो, और रजनी कावेरी द्वारा वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर होने के लिए महिलाओं को प्रोत्साहित किया। इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक कार्यान्वित करने में मृदुला, सोनल कीर्ती, इंद्राणी, सेफाली, और मोनालिसा जैसी औरतों का बहुत ही अहम भूमिका रहा। इन सभी के सहयोग से यह महिला दिवस एक उत्सव की तरह (वीएसएफ) की पहचान बन गया और सकारात्मक महिलाओ के माध्यम से एक मजबूत और सशक्त समुदाय बनाने का प्रतीक भी बना। विजय संभव फाउंडेशन के चेयरमैन रवि राजहंस एवं जितेंद्र कुमार, विजय शंकर गुप्ता, रींकू रमन, डॉ प्रणय, राम आदि मेमवर्स ने भी सभी उपस्थित महिलाओं को बधाई दी एवं आयोजन के लिए धन्यवाद दिया।