हिन्द सागर, बेंगलुरू: श्री हिंदी शिक्षण संघ के अंतर्गत संचालित संस्था एस एम एस जी,डिग्री कॉलेज, इंदिरा नगर में विश्व हिंदी दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्वलन एवं मंगलाचरण से हुआ। प्राचार्या सुधा रानी ने स्वागत भाषण दिया।संघ महामंत्री महोदय शांतिलाल चोपड़ा ने बताया कि श्री हिंदी -शिक्षण -संघ की स्थापना 1950 में हिंदी का प्रचार -प्रसार के लिए किया गया था । जो आज का हिंदी विश्व स्तर पर दिखाई दे रहा है। कोषाध्यक्ष इंदर चंद भंसाली ने बताया कि आज भी श्री हिंदी शिक्षण संघ के अंतर्गत संचालित कुछ संस्थाएं पूर्णतः हिंदी माध्यम से पढ़ाई जा रही हैं। संघ संयोजक अनिल भंसाली ने बताया की आज के युग में शिक्षा का व्यावसायीकरण हो गया है। लेकिन श्री हिंदी शिक्षण संघ अपने हिंदी की मर्यादा एवं उद्देश्यपूर्ति को ध्यान में रखते हुए ,पैसा की जगह शिक्षा का महत्व दिया है। अपने ‘हिंदी’ नाम की मर्यादा एवं उद्देश्य को बरकरार रखते हुए ,पुष्पित एवं पल्लवित हो रही हैं। विशिष्ट अतिथि एसएमएस जी , कॉलेज, प्राचार्या श्रीमती वाणी एच ने हिंदी के उज्जवल भविष्य की कामना की। इस कार्यक्रम के मुख्य अध्यक्ष पंडित राजगुरु व्याख्याता ने बताया कि हिंदी एक वैज्ञानिक भाषा है ,आधुनिक विज्ञान की तरह यह दिनों -दिन विश्व स्तर पर उच्च से उच्चतर की ओर बढ़ती हुई चली जा रही है। भविष्य में विश्व भर में हिंदी सबसे अधिक बोले जाने वाली भाषा होंगी। कार्यक्रम में अहिंदी भाषा -भाषी के बच्चों ने भी उमंग के साथ हिंदी में गीत गाए , नाट्क प्रस्तुत किए, भाषण दिए एवं हिंदी गीत पर नृत्य किए। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में हिंदी व्याख्याता बृजेश पांडे के साथ-साथ कॉलेज के सभी व्याख्याताओं का बहुत बड़ा सहयोग रहा।