हिन्द सागर, एजेंसी संवाददाता: दक्षिणी अमेरिकी देश चिली में एक सुनसान घाटी में एक प्राचीन पेड़ मौजूद है। यह विशालकाय पेड़ ऐसा लगता है जैसे इसने आसमान को छतरी बना रखा है। ये दुनिया का सबसे पुराना पेड़ हो सकता है।
नए कंप्यूटर मॉडल से पता चला है कि ‘ग्रैन अबुएलो’ नाम का ये पेड़ लगभग 5400 साल पुराना हो सकता है।
अगर इसकी पुष्टि हो जाती है तो ग्रैन अबुएलो इस समय सबसे पुराने पेड़ का आधिकारिक रिकॉर्ड रखने वाले कैलिफोर्निया के ब्रिसलकोन पाइन से 600 साल पुराना होगा। इसके लिए डेंड्रोक्रोनोलॉजी विधि की जरूरत पड़ती है। इसमें पेड़ के छल्लों का विश्लेषण किया जाता है। पेड़ की उम्र निर्धारित करने के लिए ये सबसे सटीक मानक माना जाता है
ग्रैन अबुएलो है पेड़ की प्रजाति
ग्रैन अबुएलो वास्तव में एलर्स नामक पेड़ की प्रजाति है। ये चिली के एलर्स कॉस्टेरो नेशनल पार्क में है। जोनाथन के मुताबिक इस पेड़ की ऊं चाई लगभग 60 मीटर है। शुरू में ये पेड़ 3500 साल पुराना माना जाता रहा है। लेकिन वैज्ञानिकों नेकभी व्यवस्थित तरीके से इस पेड़ की उम्र का विश्लेषण नहीं किया। 2020 में इसमें एक छेद किया गया। इससे पेड़ के 2465 साल के छल्ले मिले।
पेड़ 4 मीटर व्यास का है, इसलिए उसके केंद्र तक नहीं पहुंचा जा सका। अलबत्ता, कंप्यूटर मॉडल से ये माना जा रहा है कि पेड़ 5400 साल पुराना है।
संकट में है पेड़
पेरिस में क्लाइमेट एंड एनवायर्नमेंट साइंसेज लेबोरेट्री के एक जलवायु वैज्ञानिक और इस मॉडल को बनाने वाले शोधकर्ता जोनाथन बारिचविच का कहना है कि पेड़ की उम्र चाहे जो भी हो। पेड़ संकट में है और इसे संरक्षित करने की जरूरत है। टूरिज्म के कारण इस पेड़ की स्थिति खराब हो रही है। इसके साथ ही पेड़ पर क्लाइमेट चेंज का भी असर पड़ रहा है।