13 सूत्रीं मांगो को लेकर सरपंच संघ ने सीएम के नाम सौपा ज्ञापन, आंदोलन की दी चेतावनी

हिन्द सागर, सुप्रिया पाण्डेय: सरपंच संघ ने अपनी 13 सूत्रींय मांगो को लेकर कोरिया कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा. जिसमें कहा गया की ,सरपंच संघ के प्रितिनिधि मंडल द्वारा बार-बार निवेदन के बाद भी मांगो पर सहमति नहीं बनी और ना ही उनके आदेश जारी किए. इसलिए सरपंच संघ के लिखित समझौते वादा खिलाफी एंव मांग पत्र पर आदेश जारी नहीं करने के विरोध में विरोध में आक्रोशित सरपंच संघ आंदोलन करने में उतारु है.
सरपंच पंच द्वारा अनिश्चित कालीन हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन का आवाहन किया गया है। जिसमें कोरिया जिला सरपंच , पंच संघ भी दिनांक 1.09.2022 से अनिश्चितकालीन हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन का पूर्ण समर्थन करता हैं।

यदि सरकार ने सरपंच संघ की 13 सूत्रींय मांगो को पूरी नहीं करती हैं तो सरपंच संघ द्वारा बड़ा आंदोलन किया जाएगा. आंदोलन की जिम्मेदार सरकार की होगी ।

सरपंच संघ की प्रमुख मांग

सरपंचों एंव पंचो का मानदेय में वृद्दि कर 20000 और 5000 किए जाए ।
सरपंचों का वेतन 10000 किया जाए।
सरपंच निधि के रुप में 10 लाख दिया जाए।

नक्सलाईटो द्वारा सरपंचों को मारे जामे पर 20 लाख आर्थिक सहायता दिया जाये ।
15 वां वित्त के राशि को अन्य मद में अभिषरण नहीं किया जाये ।
15 वां वित्त की राशि को जनपद न जिला सदस्य द्वारा अपने ही क्षेत्र में दिया जाये।
नरेगा सामग्री राशि भुगतान हर तीन पहीने किया जाये ।
नरेगा निर्माण कार्य में 40 प्रतिशत कार्य स्वीकृति के साथ दिया जाये।
सरपंचों व पंचों के कार्यकाल को दो वर्ष बढ़ाया जाये ।
ग्रामीण प्रधानमंत्री आवास की राशि को 2 लाख करते हुए तत्काल राशि जारी किया जाये ।
सरपंच व उपसरपंचो के अविश्वास प्रस्ताव अधिनियम में संशोधन किया जाये।
धारा 40 में संसोधन किया जाये ।
50 लाख राशि तक सभी कार्यों में कार्य एजेंसी पंचायत को बनाया जाये।

राज्य भर के शासकीय कर्मचारी पहले से ही अनिश्चत काल हड़ताल पर चले गए हैं। इसके चलते दफ्तरों में खासा असर दिखा, रजिस्ट्री आफिस , आरटीओ आफिस सहित दर्जन भर से अधिकारी दफ्तरों में तालेबंदी की स्थिति बन गई हैं। वहीं कर्मचारीयों की गैर मौजूदगी में आम लोगों को भटकना पड़ रहा हैं।

प्रदेश के कर्मचारियों के साथ अब सरपंच संघ ने भी राज्य शासन के खिलाफ काम बंद कलम बंद आंदोलन का ऐलान कर दिया हैं।