– यूनिसेफ और महिला एवं बाल विकास विभाग ने आयोजित किया वर्चुअल धर्म गुरु सम्मेलन
– कोविड प्रभावित बच्चों के प्रदेश में शुरू हुई ’मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’
हिन्द सागर बस्ती,
कोविड- 19 से प्रभावित बच्चों की सुरक्षा और देखभाल के लिए प्रदेश के धर्म गुरुओं ने एक मंच पर आकर जनता से अपील की है। महिला एवं बाल विकास विभाग उत्तर प्रदेश एवं यूनिसेफ के सहयोग से प्रदेश स्तरीय वर्चुअल धर्म गुरु सम्मेलन का आयोजन किया गया। सभी का कहना था कि कोविड प्रभावित बच्चों के बचपन को बचाने के लिए समाज के सभी लोगों को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। धर्म गुरुओं ने सरकार व अवाम से बच्चों को बाल श्रम से बचाने पर विशेष ज़ोर दिया। सम्मेलन में प्रदेश के 75 जिलों से 800 धर्म गुरुओं ने ऑनलाइन प्रतिभाग किया।
यूनिसेफ उत्तर प्रदेश की चीफ ऑफ़ फील्ड ऑफिस रूथ लीयनो ने कहा कि कोविड महामारी में बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण आदि सब कुछ प्रभावित हुआ है। जिन बच्चों ने महामारी के कारण अपने माता-पिता दोनों अथवा किसी एक को खोया है, उनके लिए यह समय और भी चुनौतीपूर्ण है।
मनकामेश्वर मठ लखनऊ के महंत देव्यागिरि ने कहा कि महामारी के कारण भय का वातावरण हैं। बच्चों के साथ ही बड़े भी अपनों को खोने के बाद भयभीत हैं, और मानसिक रूप से टूट चुके हैं। हमारा दायित्व है कि हम मिल कर ऐसे लोगों की सहायता के लिए सामने आएं।
ऐशबाग ईदगाह के शाही इमाम मौलाना खालिद रशीद फ़रंगी महली ने कहा कि हर मजहब हमें जरूरतमंदों की मदद करने की सीख देता है। आज जब तमाम मासूम बच्चे अपने माता पिता को खोने के बाद अकेले हो गए हैं। ऐसे बच्चों के चेहरों पर मुस्कान लाना ही असली इबादत है। सिख समुदाय द्वारा बच्चों के लिए किए जा रहे प्रयासों को साझा करते हुए गुरुद्वारा ‘गुरु का ताल’ आगरा के संत बाबा प्रीतम सिंह ने कहा कि सिख धर्म सीख देता है कि हर किसी को अपनेपन की भावना से देखें। हर बच्चे को अपना समझें और उसकी रक्षा करें। फादर वरगिस कुन्नाथ रीज़नल डाइरेक्टर इंटरफ़ेथ डायलॉग ने कहा कि किसी भी समाज और देश की तरक्की के लिए उसके बच्चों का स्वस्थ, शिक्षित और सुरक्षित होना अनिवार्य है। बच्चे ईश्वर का अवतार हैं। संचालन यूनिसेफ उत्तर प्रदेश के प्रोग्राम मैनेजर अमित महरोत्रा ने किया।
योजना का लाभ हर प्रभावित बच्चे को मिले
महिला एवं बाल विकास विभाग उत्तर प्रदेश के निदेशक, मनोज कुमार राय ने कहा कि कोविड प्रभावित बच्चों के लिए सरकार द्वारा ‘मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ की शुरुआत की गई है। हमारा उद्देश्य है कि योजना का लाभ प्रत्येक कोविड प्रभावित बच्चे तक पहुंचे। ऐसे किसी भी बच्चे की जानकारी 1098 अथवा 181 पर अवश्य साझा करें और बच्चों को गलत हाथों में पड़ने से रोकने में अपना सहयोग करें। प्रदेश में अब तक लगभग 3000 कोविड प्रभावित बच्चों की जानकारी मिली है।