राजनीति में राहुल गांधी बहुत अपरिपक्क शिवसेना सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे ने की तीखी आलोचना

  • राजनीति में राहुल गांधी बहुत अपरिपक्क
  • शिवसेना सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे ने की तीखी आलोचना 
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर की गई टिप्पणी का डॉ. शिंदे ने जमकर लिया समाचार 
  • डॉ. शिंदे के नेतृत्व में भारतीय सांसदों का प्रतिनिधि मंडल स्वदेश लौटा ।

प्रमोद कुमार 

डोंबिवली : पहलगाम हमले की घटना के बाद आतंकवाद के खिलाफ देश के सभी नेताओं का एकजुटता दिखानी चाहिए। विश्व को भारत एकजुट है इस दिखाने की जरूरत है। परंतु ऐसा न कर विपक्ष राजनीति कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई टिप्पणी राजनीति में अत्याधिक अपरिपक्व होने का सबसे बड़ा सबूत है। शिवसेना सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे ने राहुल गांधी की इस प्रकार की तीखी आलोचना की । अफ्रिका के चार देशों का दौरा कर स्वदेश लौटने के बाद सांसद डॉ. शिंदे आज दिल्ली में पत्रकारों के साथ संवाद साधा। सांसद डॉ. शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले ११ वर्षों में दुनिया भर में भारत की छवि को ऊंचा करने का शानदार काम किया है। भारतीय सांसदों के प्रतिनिधि मंडल ने ३२ से ३४ देशों का दौरा किया है। इन सभी देशों में भारत को अच्छा प्रतिसाद मिला है। भारत के प्रति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति सभी देशों में आदर देखने को मिला है। क्योंकि उन देशों के मुश्किल के वक्त में भारत उनके साथ खड़ा था। परंतु विपक्ष को इन चीजों पर भी राजनीति करना है। राहुल गांधी को इन सभी चीजों पर अभी समझदारी आनी बाकी है। वे अत्याधिक अपरिपक्व नेता हैं। वे बहुत ही बेतुके प्रकार की बयानबाजी करते हैं। इस प्रकार की जोरदार टिप्पणी सांसद डॉ. शिंदे ने की है। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान भारत पर बड़े पैमाने पर आतंकवादी हमले क्यों हुए थे? इसका राहुल गांधी को जवाब देना चाहिए। इस प्रकार की चुनौती सांसद डॉ. शिंदे ने उन्हें दी है। सांसदों के प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व करने का अवसर देने के लिए सांसद डॉ. शिंदे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। सांसद डॉ. शिंदे के नेतृत्ल में प्रतिनिधि मंडल ने यूएई, कांगो गणराज्य, सिएरा लिओन और लाइबेरिया गणराज्य इन देशों का किया। इसमें से यूएई और सिएरा लिओन ये दो देश ऑर्गनायजेशन ऑफ इस्लामिक कॉर्पोरेशन के सदस्य भी हैं। कांगो गणराज्य और लाइबेरिया गणराज्य ये दोनों देश को अगले वर्ष संयुक्त राष्ट्र का अस्थायी सदस्तव भी मिला है। १४ दिनों के दौरे के दौरान राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद के सभापति, विदेश मंत्री, बुद्धीजीवी वर्ग के साथ चर्चा की और इसके साथ ही भारतीय समुदाय के लोगों से भी संवाद साधा गया। इस प्रकार की जानकारी डॉ. शिंदे ने दी। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद को दिया जाने वाला प्रोत्साहन, आतंकवादियों को दी जाने वाली ट्रेनिंग और आतंकवादी हमले, ऑपरेशन सिंदूर इन सभी के बारे में प्रत्येक देशों में जाकर विस्तार से जानकारी देने का अवसर मिला। पाकिस्तान को आतंकवादियों को बढ़ावा देता है, यह बात समय समय पर साबित हुई है। लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, टीआरएफ, हिजबुल मुजाहिदीन इन आतंकवादी संगठनों को पाकिस्तान में पनाह दिया जाता है। आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में पाकिस्तानी सेना के अधिकारी उपस्थित रहते हैं। जिसकी वजह से पाकिस्तान का असली चेहरा दुनिया के सामने बेनका हो गया है। इस दौरे के दौरान सभी देश भारत के साथ खड़े रहे। उन्होंने आतंकवादी हमले की घटना का कड़े शब्दों में निंदा भी की है। २२ अप्रैल २०२५ को पहलगाम में घटी घटना पर लाइबेरिया और सिएरा लिओन इन दो देशों ने संसद में मौन रखकर अदरांजलि भी अर्पित की, इस प्रकार की जानकारी डॉ. शिंदे ने दी।