श्री श्रीयादे माताजी मंदिर पश्चिम लग्गेरी प्राण प्रतिष्ठा संपन्न:

श्री श्रीयादे माताजी मंदिर पश्चिम लग्गेरी प्राण प्रतिष्ठा संपन्न:

मंदिर शिखर पर अमर ध्वजा, कलश (ईण्डा) चढाया

हिन्द सागर, बेंगलुरु: फूलों की नगरी बेंगलुरु में नवनिर्मित मंशापूर्ण श्रीयादे माता मंदिर पश्चिम लग्गेरी का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव धूमधाम से संपन्न हुआ। पुष्कर से पधारे योगाचार्य पंडित जगदीश प्रसाद, जोशी पंडित धरणीधर शास्त्री, पंडित इंदु शेखर शास्त्री, पंडित दिनेश उपाध्याय ने शुभ मुहूर्त में श्री श्री यादे माताजी की मूर्ति, अमर ध्वजा, कलश (ईण्डा) सभी देवी-देवताओं की पूजा अर्चना कर स्थापना की गई नौचंडी पंचकुंडी महायज्ञ हवन का मुख्य यजमान द्वारा पूर्ण आहुति दी गई। अमर ध्वजा, कलश (ईण्डा) गाजे बाजे पुष्प वर्षा कर श्री श्री यादे माताजी का जयकारा लगाकर पूरा मंदिर जयकारों से गुंजायमान हो गया। माताओं बहिनों ने मंगल गीत गाए नृत्य किया। महात्माओं के परम सानिध्य परम पुज्य गुरु देव हुक्म भारतीजी महाराज, गुरुदेव किशनगिरी महाराज, साध्वी बहुला गोपाल सरस्वती, सुरेंद्र दास महाराज,कदरी मठ के निर्मल नाथ महाराज का संस्था द्वारा स्वागत किया गया। पंडित यञाचार्य ने सर्व प्रथम सभी देवी-देवताओं के मुख्य यजमान के हाथों पूजा अर्चना कर लाभार्थी परिवार द्वारा अभिजीत मुहूर्त मैं विराजमान हुए। मुख्य चढ़ावे मैं अमर ध्वजा के लाभार्थी परिवार डायाराम बेरा, कलश (ईण्डा) के लाभार्थी परिवार अशोक कुमार हाटवा, महाप्रसाद के लाभार्थी परिवार घीसूलाल ब्रांधना श्री श्री यादे माताजी के लाभार्थी परिवार कानाराम मुलेरा श्री गोरा भेरुजी के लाभार्थी परिवार भूपेन्द्र कुमार नरेश कुमार भदेरा महिला मंडल ने शीतला माताजी का चढावा लिया। बेंगलुरु कर्नाटक की सभी संस्थाओं, राजस्थान से पधारे सभी पट्टीयो का मान सम्मान किया गया। भजन संध्या मैं चेतन प्रजापति, टीना प्रजापति पार्टी रमेश सेन ने गणपति वंदना से शुरुआत की, गुरु महिमा, गुंथलायी मालन सेवरा,माताजी के मंदिर में हिंडोलो गालियों भजन सुनाये,राजस्थान की सुप्रसिद्ध भजन गायिका सोनू कंवर ने श्री यादे माताजी, भेरुजी के भजनो पर माताओं बहिनों पुरुषों ने भाव विभोर होकर नृत्य किया सभी भक्तगण मंत्र मुग्ध हो गए। आज के चढ़ावे मैं महाप्रसादी, माताजी की स्थापना, कलश (ईण्डा), अमर ध्वजा, सभी देवी-देवताओं के स्थापना के चढ़ावे बोले गए। मंच संचालन शैतानसिह राजपुरोहित, मोहन लाल सीरवी निभाया।भामाशाहओ ने चढ़ावे मैं बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। सर्व समाज के सभी संस्थाओं से सपरिवार महाप्रसाद फले चुंदडी का सपरिवार लाभ उठाया। सभी संस्थाओं के महिला मंडल, नव युवक मंडल ने बखूबी जिम्मेदारी निभायी। कर्नाटक बेंगलुरु से अन्य संस्थाओं से पधारे पदाधिकारियों का साफा, दुपट्टा, मोमेंटो देकर सम्मानित किया।