हिन्द सागर, विषेश संवाददाता: भारत में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर का बाजार बड़ी तेजी से बढ़ रहा है। जिसमें कई नई इलेक्ट्रिक वाहन कंपनियां अपने बाइक और स्कूटर लॉन्च कर रहे हैं। वर्तमान में, इस सेगमेंट में बहुत कम स्पष्टता के साथ कई प्रकार के मॉडल उपलब्ध हैं। इसलिए, आज यहां हम कुछ सबसे महत्वपूर्ण पॉइंट के बारे में बता रहे हैं जिन्हें आपको इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने से पहले ध्यान रखना चाहिए।

उद्देश्य पता करना
इलेक्ट्रिक वाहनों के उद्देश्य को दो कैटेगरी में रख सकते हैं। पहला व्यावसायिक उपयोग और दूसरा व्यक्तिगत उपयोग। यदि आप स्कूटर को व्यावसायिक उपयोग के लिए लेना चाहते हैं तो इस बात का ध्यान रखना चाहिए की उसमें सामान रखने की कितनी जगह है। साथ ही स्कूटर पर आप कितने किलोग्राम तक का भार ढ़ो सकती है इस बात का भी ख्याल रखना चाहिए।
इससे आप डिलीवरी के लिए थोक विक्रेता जैसे बिजनेस में इनका उपयोग कर पाएंगे। हीरो इलेक्ट्रिक, जितेंद्र ईवी और ओकिनावा कुछ ऐसे ब्रांड हैं जो कॉमर्शियल इलेक्ट्रिक स्कूटर पेश करते हैं। बता दें कि व्यावसायिक उपयोग वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर में फीचर्स कम होते हैं साथ ही इनकी टॉप स्पीड भी कम होती है।
जबकि व्यक्तिगत उपयोग के लिए उपयोग किए जाने वाले ई-स्कूटर कम स्पीड और ज्यादा स्पीड दोनों रेंज में उपलब्ध हैं। इनमें कम गति वाले मॉडल काफी सस्ते होते हैं, ये शहर के अंदर उपयोग करने के लिए अच्छे माने जाते हैं, जिसमें बुनियादी फीचर होते हैं और इनमें लाइसेंस की भी जरूरत नहीं होती है।
जबकि व्यक्तिगत उपयोग के लिए उपयोग किए जाने वाले ई-स्कूटर कम स्पीड और ज्यादा स्पीड दोनों रेंज में उपलब्ध हैं। इनमें कम गति वाले मॉडल काफी सस्ते होते हैं, ये शहर के अंदर उपयोग करने के लिए अच्छे माने जाते हैं, जिसमें बुनियादी फीचर होते हैं और इनमें लाइसेंस की भी जरूरत नहीं होती है।
दूसरी ओर, हाई-स्पीड इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन प्रीमियम श्रेणी में आते हैं, जिनमें एथर 450एक्स, बजाज चेतक, रिवोल्ट आरवी400, टीवीएस आईक्यूब और ओला एस1 प्रो जैसे नाम शामिल हैं। इनमें की लेस एंट्री, म्यूजिक सिस्टम जैसे फीचर मिल जाते हैं।

जिन खरीदारों का ऑफिस आने के उद्देश्य या किसी दूसरी वजह से रोजाना आवागमन होता है, वे लगभग 80-100 किमी की न्यूनतम सीमा वाले इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का विकल्प चुन सकते हैं। इससे डेली चार्जिंग के झंझट से मुक्ति मिलती है। जबकि आप कम गति वाले ईवी का विकल्प चुन सकते हैं, जिनकी टॉप स्पीड 25 किमी प्रति घंटे तक की होती है।

यदि आपका शहर ज्यादा फ्लाईओवर वाला है तो इस इलेक्ट्रिक स्कूटर को खरीदना ठीक नहीं होगा। इसके लिए ओला, एथर और अन्य टॉप स्पीड वाले मॉडल जो उच्च स्पीड प्रदान करते हैं आपकी हर तरह की राइडिंग के अनुकूल होंगे।
चार्ज करने की सुविधा
अभी इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली कंपनियां बैटरी को स्वैपेबल, रिमूवेबल और फिक्स्ड जैसे फॉर्मेट में पेश कर रही हैं। बाउंस इन्फिनिटी जैसे ब्रांड अपने ई1 इलेक्ट्रिक स्कूटर के लिए स्वैप स्टेशनों पर स्वैपेबल बैटरी सर्विस प्रदान करते हैं। राइडर्स सब्सक्रिप्शन के आधार पर डिस्चार्ज बैटरी को चार्ज की गई बैटरी से स्वैप कर सकते हैं।

वहीं रिमूवेबल या हटाने योग्य बैटरियों को घर, ऑफिस यहां तक कि एक वाहन पार्किंग पर भी चार्ज किया जा सकता है हालांकि इसमें बैटरी को निकालने और लगाने में परेशानी होती है। जबकि फिक्स्ड निश्चित बैटरी वाले स्कूटरों को चार्ज करने के लिए उचित पार्किंग स्थान की आवश्यकता होती है, जो आपके घर/कार्यस्थल में पार्किंग क्षेत्र में चार्जर या चार्जिंग पोर्ट नहीं होने पर असुविधाजनक हो सकता है।
सब्सिडी और कीमत
आपकी इलेक्ट्रिक स्कूटर को किस उद्देश्य से खरीद रहे हैं उसके आधार पर उसकी कीमत 50,000 रुपये से 1.5 लाख रुपये के बीच हो सकती है। हीरो इलेक्ट्रिक ऑप्टिमा और ओकिनावा आर30 जैसे लो-स्पीड मॉडल की कीमत लगभग 60,000 रुपये है जबकि एथर 450एक्स जेन 3 और बजाज चेतक की कीमत क्रमशः 1.34 लाख रुपये और 1.45 लाख रुपये है। इनकी कीमतों में फेम II और राज्य सब्सिडी (केवल चुनिंदा राज्य) शामिल हैं। बता दें कि, फेम II सब्सिडी केवल मार्च 2024 तक 10 लाख इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के लिए उपलब्ध होगी। फेम II के खत्म होने के बाद, ईवी की कीमतों में वृध्दि देखने को मिल सकती है।

बिक्री के बाद की सर्विसिंग
इलेक्ट्रिक स्कूटर क लिए बिक्री के बाद की सेवाएं बहुत कम हैं क्योंकि इसमें सबसे ज्यादा उपयोग वाले पार्ट ब्रेक पैड और टायर होते है। हालांकि एक समय या निश्चित किलोमीटर के दौरान आपको बैटरी को बदलने और मोटर की सर्विसिंग करने की भी जरूरत पड़ सकती है। इसलिए स्कूटर की सर्विस सेंटर के बारे में भी जानकारी ले लें। ताकि ई-स्कूटर/बाइक को चेकअप की जरूरत के मुताबिक कुछ अंतरालों के बाद स्कूटर की पूरी जांच कर सकते हैं।