चुनावी दांव खेलते राजनीतिक दल के लोग
हिन्द सागर@चतुर्भुजा पाण्डेय
मीरा-भाईंदर: जहां मंदिर-मस्जिद तोडे जाने की बात आती है वहां राजनीतिक पार्टियां कभी पीछे नहीं रहती, क्योंकि यह आस्था का मामला होता है, इससे लोगों की भावनाएं से जुड़ी होती हैं। और भावनाओं से खेल कर ही राजनीतिक पार्टियों वोट बैंक साधती हैं।
इसी प्रकार का एक मामला भाईंदर (पूर्व) के बी.पी रोड से जुड़ा हुआ आजकल सुर्खियों में है। बी.पी रोड श्याम भवन बिल्डिंग के बगल में स्थित जूना हनुमान मंदिर के तोड़े जाने की आशंका से धार्मिक कम राजनीतिक माहौल ज्यादा गरमाया हुआ है। बी.पी रोड के पुराने हनुमान मंदिर से लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई है जिसको तोड़े जाने की खबर सुनकर स्थानीय रहवासी आशंकित भी हैं।
हनुमान मंदिर से जुड़ा मामला तब सुर्खियों में आया जब श्याम भवन बिल्डिंग के पुनर्निर्माण का कार्य संभाल रहे बिल्डर द्वारा मंदिर की लाइट व्यवस्था को काटकर गेट पर ताला लगा दिया गया।
बता दें की इसी श्याम भवन बिल्डिंग से मीरा भाईंदर के विधायक नरेंद्र लालचंद मेहता का उदय हुआ है। शुरू से लेकर आखिरी तक इसी बिल्डिंग में हम वीडियो विजन नामक उनका कार्यकाल था। इसलिए पुनर्निर्माण करने वाले बिल्डर का बीजेपी से सीधा संबंध बताया जा रहा है।
मंदिर के दरवाजे पर ताला लगने की खबर से स्थानीय नागरिकों में आक्रोश फैल गया, जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय विश्व हिंदू परिषद तथा राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने शिवसेना पार्टी के नेता शंकर झा के नेतृत्व में इसका जमकर विरोध करते हुए ताला खोलकर महा आरती और हनुमान चालीसा का पाठ किया। साथ ही मंदिर पर किसी प्रकार की तोड़क करवाई के विरोध में आंदोलन की चेतावनी दिया। उसके बाद से प्रतिदिन अंतरराष्ट्रीय विश्व हिंदू परिषद तथा राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ता रोज शाम 9:00 बजे हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं।
शंकर झा ने पूरे मामले में भाजपा विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा नेता के कथनी और करनी में फर्क है, बीजेपी तो हिंदुत्व का ढोल पीटती है पर जहां फायदे की बात हो वहां मंदिर को तोड़े से भी कोई गुरेज नहीं करती।वोट बैंक की राजनीति में, कांग्रेस भी कूदी मैदान में
मंदिर तोड़े जाने के मामले में लोगों का आक्रोश तथा उसमें शिवसेना की सक्रियता को देखते हुए कांग्रेस के मुजफ्फर हुसैन तथा उनके कार्यकर्ता भी सोशल मीडिया के माध्यम से बयान जारी कर मंदिर का समर्थन किया है। साथ ही उनके कार्यकर्ता राकेश राजपुरोहित तथा नव आगंतुक नेता नवजोत उर्फ़ वाॅबी ने कांग्रेस छाप गले में दुपट्टा पहन कर हनुमान मंदिर पर आरती करते हुए वोट-बैंक की राजनीति में अपनी आहुति दी।
सबसे बड़ी विडंबना तो यह है कि जिन लोगों को कभी उस हनुमान मंदिर के बारे में मालूम भी नहीं था, जिनका उस मंदिर से कोई लेना-देना नहीं है, कभी उस मंदिर में दर्शन करने तक नहीं गए, ऐसे लोग भी इसमें बचपन से पूजा पाठ करने व उसकी रक्षा में प्राण देने की बात करते नजर आ रहे हैं। इसे वोट बैंक की राजनीति न कहें तो और क्या कहें।
कृपया मंदिर पर राजनीतिक करने न आएं: पवन ठाकुर
मंदिर पर राजनीति कर रहे कांग्रेसियों को पवन ठाकुर ने खुले शब्दों में चेतावनी दी की मंदिर पर भक्ति भाव करने आए हैं ना कि राजनीतिक समीकरण साधने, मंदिर कोई राजनीतिक अखाड़ा नहीं है, गले में कांग्रेस का पट्टा पहनकर राजनीति होती है, आस्था नहीं, मैं मंदिर के मुद्दे पर राजनीति करने वालों से निवेदन करता हूं कि कृपया ऐसे लोग मंदिर पर न आएं।