नवनिर्मित मंशापूर्ण श्रीयादे माता मंदिर लग्गेरे मूर्तियों का भ्रमण वरघोड़ा निकाला
भव्य वरघोड़ा मैं हज़ारो की संख्या में उमड़ा जन सैलाब
संत साधुओं के साथ निकला भव्य वरघोड़ा
गेर मंडल ने गैर नृत्य कर वरघोड़ा की शोभा बढ़ाई
हिन्द सागर, बेंगलुरु: फूलों की नगरी बेंगलुरु में नवनिर्मित मंशापूर्ण श्रीयादे माता मंदिर लग्गेरे मूर्तियों का भव्य वरघोड़ा निकला। संत महात्माओं के परम सानिध्य परम पुज्य गुरु देव हुक्म भारतीजी महाराज, गुरुदेव किशनगिरी महाराज, साध्वी बहुला गोपाल सरस्वती, सुरेंद्र दास महाराज, कदरी मठ के निर्मल नाथ महाराज के पावन सानिध्य मैं सर्व प्रथम सभी देवी-देवताओं के मुख्य यजमान के हाथों पूजा अर्चना कर रथ पर लाभार्थी परिवार द्वारा विराजमान हुए। मूर्तियों के सहयोग लाभार्थी गोविंद प्रजापति द्वारा सभी लाभार्थी परिवार को मूर्तियां देकर वरघोड़ा रवाना किया। भव्य वरघोड़ा मैं बेंगलुरु कर्नाटक की सभी संस्थाओं, राजस्थान से पधारे सभी पट्टीयो की मौजूदगी में शोभा यात्रा, रथ यात्रा, वरघोड़ा मैं समाज की सभी माताओं बहिनों पुरुषों ने नाचते गाते श्री श्री यादे माताजी का जयकारा लगाते हुए चल रहे थे। राजस्थान की सुप्रसिद्ध गैर नृत्य ढोल थाली के साथ ताल से ताल मिलाकर नाच गान कर रहे थे राजस्थान की झलक देखने को मिला। बैंड बाजों की मधुर धुन पर माताओं बहिनों ने नाचते गाते हुए माताजी का जयकारा लगाकर चल रहे थे। भव्य वरघोड़ा रविवार सुबह 9 बजे कंटिरवा स्टूडियो से श्री यादे माताजी मंदिर तक गाजे बाजे के साथ पहुचा। भव्य वरघोड़ा मैं समाज के सभी महिला मंडल, नवयुवक मंडल, सेवा समितियों ने भव्य वरघोड़ा मैं सहयोग किया।