हिन्द सागर, पटना: विजय संभव फाउंडेशन ने आईआईटी पटना के ज़ीरो लैब्स इनक्यूबेशन सेंटर के साथ मिलकर 23 नवंबर 2024 को “बौद्धिक संपदा अधिकार” (IPR) पर एक अत्यंत प्रभावशाली सत्र का आयोजन किया। इस सत्र का नेतृत्व कानूनी विशेषज्ञ सोनल किर्ती ने किया, जिसमें 25 से अधिक स्टार्टअप्स ने भाग लिया। यह सत्र नवाचार आधारित अर्थव्यवस्था में बौद्धिक संपदा संरक्षण के महत्व को रेखांकित करता है। विजय संभव फाउंडेशन ने हमेशा शिक्षा के माध्यम से व्यक्तियों और संगठनों को सशक्त बनाने के अपने मिशन को मजबूत किया है। इस पहल में नवाचार को बढ़ावा देने और रचनात्मक विचारों की सुरक्षा में बौद्धिक संपदा अधिकार की अहम भूमिका पर प्रकाश डाला गया। सत्र में प्रतिभागियों को पेटेंट, ट्रेडमार्क और कॉपीराइट सहित बौद्धिक संपदा कानूनों की व्यापक जानकारी और प्रतिस्पर्धी बाजार में अपने नवाचारों की सुरक्षा के लिए व्यावहारिक रणनीतियाँ प्रदान की गईं। सोनल किर्ती की विशेषज्ञता और इंटरैक्टिव शैली ने सुनिश्चित किया कि प्रतिभागी मूल्यवान ज्ञान और व्यावहारिक समझ के साथ सत्र से बाहर आएं। फाउंडेशन के प्रवक्ता ने कहा, “हम स्टार्टअप्स और नवप्रवर्तकों के लिए ज्ञान की खाई को पाटने का लक्ष्य रखते हैं और उन्हें बौद्धिक संपदा की रक्षा के उपकरण प्रदान करते हैं। यह सत्र एक मजबूत उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस कार्यक्रम की सफलता फाउंडेशन की प्रभावशाली बदलाव लाने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। ज़ीरो लैब्स इनक्यूबेशन सेंटर के साथ साझेदारी जैसे प्रयास उद्यमियों को सशक्त बनाने और भारत को वैश्विक नवाचार नेता के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण हैं।