गुवाहाटी। अगरतला-नई दिल्ली राजधानी स्पेशल ट्रेन में ड्यूटी पर तैनात ट्रेन अधीक्षक की सतर्कता से 12 रोहिंग्या नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। ट्रेन अधीक्षक मंगलवार को गुवाहाटी से ट्रेन में ड्यूटी करने के लिए सवार हुए थे। टिकटों तथा यात्रियों के पहचान पत्रों की जांच के दौरान उन्हें ट्रेन के कोच संख्या बी-7 में यात्रा कर रहे कुछ यात्रियों पर संदेह हुआ। ट्रेन अधीक्षक ने संदिग्ध यात्रियों की समुचित पुलिस प्राधिकारी द्वारा जांच के लिए एक मेमो प्रेषित किया।
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शुभानन चंदा ने बुधवार को बताया है कि मेमो के आधार पर न्यू-जलपाईगुड़ी की आरपीएफ एवं जीआरपी की टीम ने ट्रेन के न्यू-जलपाईगुड़ी पहुंचने पर ट्रेन की जांच की।
उन्होंने पाया कि 03 पुरुष, 02 महिलाओं के साथ 05 बच्चे संदेहास्पद नागरिक के रूप में यात्रा कर रहे हैं। उन्हें तुरंत न्यू-जलपाईगुड़ी स्टेशन पर ट्रेन से उतार दिया गया।
जांच के दौरान उन्होंने बताया कि वे लोग रोहिंग्या समुदाय से संबंधित है और 11 जनवरी को अगरतला स्टेशन से ट्रेन पर सवार हुए। वे सभी 10 जनवरी को बांग्लादेश के कोमिल्ला से भारत के सोनामुरा में प्रवेश किए थे। एजेंट की सहायता से अगरतला से ट्रेन पर सवार हुए हैं। वे सभी लोग बांग्लादेश के कॉक्स बाजार स्थित कुटुपालंग शिविर से फरार हुए थे। कानूनी कार्रवाई के लिए गिरफ्तार सभी व्यक्तियों को जीआरपी/न्यू जलपाईगुड़ी के हाथों सुपुर्द कर दिया गया।