मनपा पत्रकार कक्ष के कब्जेदारों की दादागिरी

जन संपर्क अधिकारी राजकुमार घरत अपना कर्तव्य भूल, कर कर रहे हैं वार्ताहार संघ की चाकरी

वेतन मनपा से, वफादारी वार्ताहर संघ से, ये कैसा याराना ?

कान्फ्रेंस के दौरान छपासरोगी राज़देव तिवारी नेताओ के बगल में बैठने को रहते है बेताब

हिन्द सागर भाईंदर। मिराभाईंदर मनपा मुख्यालय मे बनाए गए पत्रकार कक्ष पर बिते कुछ बर्षो से तथाकथित संस्था मिराभाईंदर महानगरपालिका वार्ताहार संघ का कब्जा है। इन तथाकथित संस्था के उपद्रवी सदस्यो द्वारा आए दिन पत्रकारों से लफडे झगडे का मामला होता रहता है, जिसकी समय-समय पर सभी पत्रकारों ने शिकायत की है। अब इस तथाकथित गैंग के लोग पत्रकारों को डराने और धमकाने का काम फिर से शुरू कर दिए हैं।

मालूम हो कि सोमवार दिनांक 28/12/2020 को दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर पत्रकार कक्ष मे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया गया था। उस प्रेस परिषद में राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी के मीडिया प्रभारी प्रेम यादव ने सभी पत्रकारों को आमंत्रित किया था। प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू होकर सही समय पर समाप्त होने के बाद तथाकथित वार्ताहार संघ के अध्यक्ष राजदेव तिवारी (संपादक- भाईंदर सत्ता) तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस जिलाध्यक्ष बाहर गैलरी में कुछ पत्रकारों के सवाल का जबाब दे रहे थे। इसी दौरान बहुत सारे पत्रकार कक्ष के अंदर मौजूद थे। उनमें से नवभारतटाइम्स के स्थानीय पत्रकार अमित तिवारी ने चतुर्भुजा शिव सागर पाण्डेय (अधिमान्य पत्रकार – महाराष्ट्र शासन) को बुलाया तो वो उनके बुलाने पर पत्रकार कक्ष मे मेंज के बगल में लगी कुर्सियों पर बैठ गए। उनको बैठता देख राजदेव तिवारी बाहर (गैलरी) से दौड़ते हुए आए और उनको कुर्सी से उठाकर पत्रकार कक्ष से बाहर जाने के लिए चिल्लाने लगे। इस पर उन्होंने पुछा की क्यों आप हमें उठाकर बाहर जाने को क्यों कह रहे हैं। क्या मैं मनपा पत्रकार कक्ष में नहीं बैठ सकता ? किसका आदेश है कि कोई पत्रकार कुर्सी पर नहीं बैठ सकता। इस बात पर काफी हंगामा हुआ। थोड़ा टाइम बाद पत्रकार कक्ष मे राजेंद्र कांबले आए और कहने लगे कि इस मनपा पर जितना मेरा चलता है उतना कमिश्नर का भी नहीं चलता। इसका सबूत देख लो कि मैंने 24 तारीख दोपहर को चतुर्भुजा पाण्डेय के खिलाफ शिकायत किया और 24 तारीख को ही जनसंपर्क अधिकारी राजघरत ने चतुर्भुजा पाण्डेय को नोटिस दे दिया। जितना तेज कार्यवाई मेरे लेटर पर हुआ है उतना तेज कार्यवाही तो कमिश्नर के आदेश पर भी नहीं होता। यह मेरी पावर है। यहां पर आप सभी पत्रकारों को मेरे हुक्म के नीचे ही काम करना होगा। इतना कहकर उन्होंने कहा कि यहां पर कोई भी नई कुर्सियों पर नहीं बैठ सकता है। कार्यकारिणी का जो नियम होगा सब लोग को जबरन मानना ही पड़ेगा।

इस बात का सभी पत्रकारों ने विरोध किया और काफी बहस बाजी हुआ। राजदेव तिवारी और राजेंद्र कांबले ने नई कुर्सियों पर अपना अधिकार जताते हुए किसी को न बैठने की धमकी दिया। उनके इस वर्ताव का विरोध करते हुए अमित तिवारी ने कहा कि तिवरी जी आप यह गलत काम कर रहे हैं। राजदेव तथा कांबले के ब्यवहार का विरोध करते हुए महानगर समाचार पेपर के संपादक अशोक निगम ने कहा कि यह मनपा पत्रकार कक्ष है जो सभी पत्रकारों के लिए प्रसाशन द्वारा उपलब्ध कराया गया है, यहां कोई न ही अध्यक्ष है और नही कोई किसी को बैठने- उठने के लिए रोक लगा सकता है। इन सब बातो से दुखी होकर लोकहित न्यूज के संपादक मोईन सैय्यद ने वार्ताहार संघ के सदस्यो पर पैसा लेकर मेंबर न बनाने का आरोप लगाया। पत्रकार कक्ष का माहौल ऐसा था कि वार्ताहार संघ का विरोध करने के लिए आपका समय के संपादक अनिल नौटियाल, टीवी-9 के पत्रकार रमेश शर्मा, ई-टीवी के पत्रकार महेंद्र वानखेड़े, दबंग खबरें के संपादक शशि शर्मा, मिड मॉर्निंग पेपर के संपादक राजेश सिंह, नवभारत पेपर के पत्रकार अनिल चौहान तथा पत्रकार कक्ष मे उपस्थित सभी पत्रकारों ने वार्ताहार संघ के तथाकथित कार्यकारिणी का बहिष्कार किया।

वाद-विवाद का लिखित विरोध
इस बात का सभी पत्रकारों ने विरोध किया और काफी बहस बाजी हुआ।
बहस बाजी खत्म होने के बाद अशोक निगम तथा चतुर्भुजा पाण्डेय ने शिकायत पत्र द्वारा आयुक्त को शिकायत किया तथा इस मामले के संबंध में भाईंदर पच्छिम पुलिस स्टेशन जाकर एन. सी. दर्ज कराया, और एसीपी शशिकांत भोसले से मामले मे दखल देकर दादागिरी करने वालो के ऊपर कार्यवाई करने का माँग किया

जनसंपर्क अधिकारी पर उठ रही उंगलीयाँ
पत्रकार कक्ष का ऐसा माहौल देखकर शहर के सभी बुद्धिजीवी व सम्मानित लोग जनसंपर्क अधिकारी राजकुमार घरत को दोषी करार दे रहे हैं। इस मामले पर कुछ समाज सेवी कार्यकर्ताओं का मानना है कि जब तक जनसंपर्क विभाग का प्रभार राजकुमार घरत जैसे अधिकारी के हाथ मे रहेगा तब तक पत्रकार कक्ष की हालत बद से बदत्तर बनी रहेगी।
कुछ बुद्धिजीवियों का ऐसा भी मानना है कि जनसंपर्क अधिकारी राजकुमार घरत के ऐसे रवैए से भविष्य में पत्रकार कक्ष मे असलहा और ड्रग्स भी लाया और सप्लाई किया जा सकता है।