गरीबों के घर की सूची में भाजपा नगरसेवकों के नाम

भायंदर: ९ वर्षों से रखड़ रही बीएसयूपी योजना को पूर्ण करने के लिए आखिर राज्य की महाआघाडी सरकार ने एमएमआरडीए के माध्यम से ४० करोड़ रुपये के कर्ज को मंजूरी दी है। इसके बाद इस योजना के तहत बनने वाले तीन इमारतों का कार्यादेश भी जारी कर दिया गया है। इस प्रकरण में शिवसेना प्रताप सरनाईक के प्रयत्नों को यश मिलने की बात मनपा में सत्ताधारी भाजपा को नागवार गुजर रही है।

इस संबंध में महापौर ज्योत्स्ना हसनाले ने मंगलवार को पत्रकार परिषद बुलाकर सरनाईक द्वारा लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि अभी सिर्फ कर्ज को मंजूरी मिली है। कर्ज की रकम मनपा को मिली नही है। तो इसका कार्यादेश कैसे निकाला गया .? सरनाईक श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। गरीबों को मिलने वाले घर पर राजनीति नही होनी चाहिए।

वहीं सरनाईक ने भी बुधवार को पत्रकार परिषद में महापौर हसनाले के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा के कारण ही बीएसयूपी की योजना पूर्ण नही हुई। गरीबों को पक्के घर बना कर देने के लिए लाई गई इस बीएसयूपी योजना के लाभार्थियों की सूची में स्थानीय भाजपा नगरसेवकों के नाम शामिल हैं। किसी की पत्नी ,तो किसी के अन्य रिश्तेदारों के दो- दो ,तीन -तीन नाम सूची में दर्ज हैं। स्थानीय भाजपा के मनमर्जी के ठेकेदार को इसका ठेका नही मिलने से उनमें बौखलाहट है। मुझे गर्व है कि हमारी महाआघाडी की सरकार ने इस योजना को पूर्ण करने व गरीबों को पक्के घर देने के लिए कर्ज को मंजूरी दी है। स्थानीय विधायक होने के नाते मेरा फर्ज है कि इस योजना को पूर्ण करने के लिए किश्तों-किश्तों में निधि उपलब्ध करवाऊं।