फिर उठने लगी दहिसर टोल को बंद करने की मांग

विधायिका गीता जैन ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

मीरा-भाईंदर: मुंबई के द्वार पर बने दहीसर टोल नाका को बंद करने की मांग एक बार फिर से मीरा-भाईंदर में उठने लगी है है। इससे पहले भी विगत कई वर्षों में इस टोल नाके को बंद करने की मांग समय-समय पर उठती रही है।
मीरा-भाईंदर में दहिसर टोल नाका हमेशा से एक चुनावी मुद्दा भी रहा है। गौरतलब है कि विधायिका गीता जैन ने अपने चुनावी वादे में दहिसर टोल नाके को बंद कराने का वादा किया था।

सामाजिक संगठनों ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र

राजस्थानी जन-जागरण सेवा संस्था ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर टोल नाके को बंद करने की मांग की है।संस्था ने मांग की है कि अगर टोल नाके को पूरी तरह से बंद नही किया जा सकता तो कम से कम जब तक लोकल ट्रेन शुरू नही होती तब तक टोल नाके को बंद रखा जाये। विधायक गीता जैन ने भी इस संदर्भ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।

भाजपा ने गीता जैन को याद दिलाया वादा !

विधायिका गीता जैन ने टोल नाके को हटाने का वादा अपने चुनावी घोषणापत्र में किया था। भाजपा जिल्हा प्रवक्ता रणवीर वाजपेयी कहते है कि गीता जैन अपना चुनावी वादा भूल गयी है और जनता को गुमराह करने के लिये मुख्यमंत्री को पत्र लिख रही है। वाजपेयी कहते है वक़्त पत्र लिखने का नही बल्कि जमीन पर कार्य करने का है।

मीरा-भाईंदरवासियों को होती है परेशानी
इस टोल नाके के कारण मीरा-भाईंदरवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अनिल नौटियाल बताते है कि मीरा-भाईंदर से बोरीवली की दूरी 5-6 किलोमीटर की है लेकिन इसे तय करने ने 1-2 घंटा लग जाता है। वे बताते है सबसे ज्यादा परेशानी तो अम्बुलेंस को होता है।

आसपास का पर्यावरण हो रहा है दूषित
दहिसर टोल नाके के नजदीक रहने वाले डॉ राजेश शुक्ला बताते है कि इस टोल नाके के कारण आसपास का वायुमंडल दूषित हो रहा है। डॉ शुक्ला की माने तो इस क्षेत्र में दमा के मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।