दूर दराज के गांवों में चुनावी रंगत जमने लगी है. नामांकन पत्रों की संवीक्षा और नामांकन पत्र वापसी के बाद पहले चरण में होने वाले चुनाव के लिए गांवों की तस्वीर साफ हो गई है.
जयपुर: जयपुर जिले की तीन पंचायत समितियों की 70 ग्राम पंचायतों में पहले चरण में होने वाले वार्ड पंच और सरपंचों के लिए नामांकन वापसी के साथ ही तस्वीर साफ हो गई है. नामांकन वापसी के अंतिम समय तक कई उम्मीदवार बागियों की मान मनोव्वल करते देखे गए. हालांकि कुछ मान गए तो कुछ ने स्वयं के विजयी होने का दावा करते हुए ताल ठोकी. जयपुर में पहले चरण में तीन पंचायत समिति फागी, किशनगढ-रेनवाल और आंधी की 70 ग्राम पंचायतों में सरपंच पद के लिए 464 प्रत्याशी और 700 वार्डों में वार्डपंच के लिए 907 प्रत्याशी मैदान में हैं.
दूर दराज के गांवों में चुनावी रंगत जमने लगी है. नामांकन पत्रों की संवीक्षा और नामांकन पत्र वापसी के बाद पहले चरण में होने वाले चुनाव के लिए गांवों की तस्वीर साफ हो गई है. मैदान में डटे प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिए हैं. किसी को चुनाव चिन्ह में गैस सिलेंडर मिला तो किसी को मोतियों का हार.
फागी की 20 ग्राम पंचायतों में सरपंच पद के लिए 102 प्रत्याशी, किशनगढ-रेनवाल की 24 ग्राम पंचायतों में 163 प्रत्याशी और आंधी पंचायत समिति की 26 ग्राम पंचायतों में 199 प्रत्याशी सरपंच पद के लिए मैदान में हैं… पंचायत चुनावों में पहली बार ऐसा हो रहा है कि नामांकन, नाम वापसी और मतदान की तारीखों के बीच 8 दिन का अंतराल है. पूर्व में समय नहीं मिलने से सरपंच पद के प्रत्याशी चुनाव प्रचार समुचित तरीके से नहीं कर पाते थे. नामांकन और चुनाव चिह्न आवंटित होने के तुरंत बाद तूफानी दौरे होते थे. प्रचार के लिए पर्याप्त समय होने के चलते उम्मीदवार कोविड-19 की गाइडलाइन की पालना करते हुए अब गांवों के अनुसार प्रचार करने जैसी रणनीति बना रहे हैं. कई उम्मीदवारों ने बताया कि प्रचार के लिए पर्याप्त समय मिलने से वे पूर्व की तुलना में बेहतर तरीके से मतदाताओं से संवाद कर पाएंगे और अपना चुनाव चिह्न ग्रामीणों तक पहुंचा सकेंगे.
तस्वीर साफ अब ये प्रत्याशी चुनावी मैदान में
पंचायत समिति का नाम ग्राम पंचायतों की संख्या सरपंच पद के लिए प्रत्याशी वार्डपंच के लिए प्रत्याशी
फागी 20 102 262
किशनगढ-रेनवाल 24 163 324
आंधी 26 199 320
कुल 70 464 906
वार्डपंच-सरपंच चुनाव में विधानसभा और लोकसभा चुनाव की तरह पार्टी सिंबल नहीं होता है, लेकिन पर्दे के पीछे पार्टी होने के कारण एक ही पार्टी से कई उम्मीदवार होने से चुनाव प्रक्रिया से उनसे हटने की मनुहार की जाती है. हालांकि फैसला जनता के हाथ में है किसको सरपंच की सीट पर काबिज करती है और किसको नकारती है. पहले चरण के लिए मतदान कराने के लिए मतदान दल 27 सितंबर को रवाना होंगे. प्रथम चरण के लिए मतदान 28 सितंबर को सुबह 7.30 से शाम 5.30 बजे तक होगा. मतगणना मतदान समाप्ति के तुरन्त बाद पंचायत मुख्यालय पर होगी. उप सरपंच पद के लिए चुनाव 29 जनवरी को होंगे. उपजिला निर्वाचन अधिकारी पुरूषोत्तम शर्मा ने बताया की सरपंच के लिए इस बार ‘बोतल’ चुनाव चिन्ह नही दिया गया है.
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के लिए बोतल चुनाव चिन्ह आवंटन होने के बाद इस बार सरपंच के लिए निर्धारित किए गए चुनाव चिन्हों में से बोतल हटा दी गई है. सरपंच के लिए 39 चुनाव चिन्ह रखे गए हैं. जिसमें बल्ला, अलमारी, गुब्बारा, ब्रुश, बिजली का खंभा, कैमरा, कोट, गैस का चूल्हा, बल्लेबाज, कांच का गिलास, कप-प्लेट, चारपाई, फुटबॉल, लेटर बाक्स, अंगूठी, माचिस की डिब्बी, वायलिन, छडी, बाल्टी, बैटरी टार्च, डीजल पंप, केतली, हारमोनियम, स्टूल, मेज, आरी, टेलीविजन, सीटी, ट्रैक्टर चलाता किसान, प्रेशर कुकर, कैंची, गैस सिलेंडर, कुंआ, सिलाई मशीन, डोली, ब्रीफकेस, प्रेस, टेलीफोन व ऑटोरिक्शा शामिल हैं. इसी तरह वार्ड पंच के लिए 40 चुनाव चिन्ह निर्धारित हैं. जिसमें ट्रक, हाथ गाडी, चिमटा, चूडियां, फब्बारा, बक्शा, तुरहा बजाता आदमी, ईंटे, कडाही, बांसुरी, टायर, मोतियों का हार, चाबी, अंगूर, तरबूज, ऊन और सिलाई, ट्यूबलाइट, दूरबीन, माईक, मिक्सी, सोफा, हेलीकाप्टर, हेलमेट, लिफाफा, पेट्रोल पंप, कम्प्यूटर, डिश एंटिना, गले की टाई, झूला, टीवी रिमोट, रोड रोलर, शटर, चाय छलनी, पानी का जहाज, ब्लैक बोर्ड, कान की बालियां, फोन चार्जर, लैपटॉप, रेफ्रिजरेटर और साबुनदानी शामिल हैं.
बहरहाल, ग्राम पंचायत के सरपंच का चुनाव कहने में भले ही छोटा लगे, लेकिन पंचायत राज संस्थाओं में ग्राम पंचायत महत्वपूर्ण कड़ी माना जाता है. इसलिए राजनीति में सरपंचों का रोल बड़ा रहता है. अबतक की राजनीति के तहत कांग्रेस और भाजपा ने सरपंच और पंच पद के चुनाव में सिंबल पर प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला लिया है, लेकिन दोनों ही पार्टियों के नेताओं की मंशा, उनकी विचारधारा से जुड़े कार्यकर्ताओं को पंच-सरपंच पद का चुनाव लड़ाने की है.