भाजपा ने महाराष्ट्र में मंदिरों को की फिर से खोलने की मांग

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 29 अगस्त को महाराष्ट्र में मंदिरों को फिर से खोलने की मांग को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन की घोषणा की है। भारतीय जनता पार्टी ने 29 अगस्त को महाराष्ट्र में मंदिरों मे फिर से खोलने की मांग क्रो लेकर राज्यव्यापी आंदोलन की घोषणा की है। भाजपा के राज्य इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने पार्टी कार्यकर्ताओं सै आंदोलन में सक्रिय रूप सै भाग लेने का आग्रह किया और कहा कि उनकी पार्टी राज्य में मंदिरों को फिर से खोलने की मांग का समर्थन करती है।

मंदिरों को खोलने की मांग

महाराष्ट्र में मंदिरों को फिर से खोलने की उनकी मांग को बढाने के लिए कईं धार्मिक संस्थान, नेता और मंदिर के प्रमुख भाग लेगे। भाजपा ने इस आंदोलन को गिआ घंटनाद या घंटी बजाने वाला आंदोलन’ कहा है। पाटिल ने बताया कि प्रदर्शनकारी महाराष्ट्र सरकार का ध्यान अपनी मांगों की ओर खींचने के लिए घंटियां बजाएगे और ड्रम बजाएगे। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि आंदोलन में भाग लेने वाले कोरोनोवायरस के प्रसार को रोकने के लिए सभी नियमों का पालन करेंगे। फेस मास्क पहनना और सामाजिक दूरी का अभ्यास करना अनिवार्य है ।

पाटिल ने कहा कि केंद्र सरकार पहले ही मंदिरों को फिर से खोलने के बारे में एक परिपत्र जारी कर चुकीं है। मंदिरों को फिर से खोलने के लिए व्यक्तिगत और धार्मिक संगठनों कीं बारबार मांग है। हालांकि, महाराष्ट्र में महा विकास अघाडी (एमबीए) सरकार राजी नहीं है। पाटिल ने आगे बताया कि राज्य के शहरी और ग्रामीण हिस्सों में रहने वाले लोग भी चाहते हैं कि भजन और कीर्तन की दैनिक रस्में फिर से शुरू हों। उन्होंने कहा कि मंदिरों और प्रमुख मंदिरों के आसपास के क्षेत्रों में ककई लोगों की आजीविका केवल मंदिरों पर निर्भर करती है।