वोट चोरी करके विधायक बने नरेंद्र मेहता: मुजफ्फर हुसैन

मीरा भाईंदर भाजपा में सभी जनप्रतिनिधियों के दो या तीन वोटर आईडी कार्ड

वोट चोरी के मामले में न्याय नहीं मिला तो जाएंगे कोर्ट

हिन्द सागर@चतुर्भुजा पाण्डेय
मीरा-भाईंदर: मीरा भाईंदर में आजकल वोट चोरी का मुद्दा कुछ ज्यादा ही गरम चल रहा है, आए दिन कांग्रेस के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुजफ्फर हुसैन प्रेस कांफ्रेंस करके भाजपा के एक-एक जनप्रतिनिधि पर वोट चोरी करने का आरोप सबूत के साथ लगा रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने इस बार मीरा भाईंदर 145 विधानसभा के विधायक नरेंद्र लालचंद मेहता के ऊपर खुला आरोप लगाते हुए कहा कि नरेंद्र मेहता वोट चोरी करके विधायक बने हैं, क्योंकि विधायक नरेंद्र मेहता के छोटे भाई की पत्नी तथा मीरा भाईंदर की पूर्व महापौर डिंपल मेहता के खुद तीन वोटर आईडी कार्ड है, और उन्होंने अलग-अलग समय पर अलग-अलग जगह वोट किया है। इसी प्रकार उनके छोटे भाई विनोद मेहता का भी दो स्थानों पर वोटर आईडी कार्ड है, इनके साथ ही वार्ड क्रमांक 4 की नगरसेविका कुसुम संतोष गुप्ता और उनके पति संतोष गुप्ता के ऊपर भी आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि इन लोगों के भी दो-दो वोटर आईडी कार्ड हैं एक वृंदावन बिल्डिंग में तथा दूसरा दुकान न.11 श्याम भवन में हैं, जो चाय की दुकान थी। इस प्रकार उन्होंने जोर देते हुए कहा की विधायक नरेंद्र मेहता तथा मीरा भाईंदर भाजपा द्वारा वोट चोरी का बड़ा खेल खेला जा रहा है।
पत्रकार परिषद के दौरान उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इसकी शिकायत करने पर पुलिस विभाग या इलेक्शन कमिशन में भी किसी प्रकार का न्याय नहीं मिलने वाला है, इसलिए हम पूरे साक्ष्य के साथ इस मामले को न्यायालय के समक्ष ले जाकर इंसाफ की गुहार लगाएंगे।

मुजफ्फर हुसैन मीरा भाईंदर के संजय राऊत: नरेंद्र मेहता

नरेंद्र मेहता ने पत्रकार परिषद के जरिए मुजफ्फर हुसैन के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह एक “टेक्निकल एरर” है, इसमें मुजफ्फर हुसैन मनपा चुनाव को नजदीक देखते हुए राजनीति कर रहे हैं, क्योंकि मीरा-भाईंदर में कांग्रेस का कोई जनाधार नहीं है, उन्हें मालूम है कि वह चुनाव जीतने वाले नहीं है, इसलिए वह जनता के बीच खुद की उपस्थिति दर्शाने का प्रयास कर रहे हैं। वह हमारे ऊपर जो बे-बुनियादी आरोप लगा रहे हैं, वो अपने ही जिला अध्यक्ष प्रमोद सावंत के बारे में पता करें उनके तीन-तीन वोटर आईडी कार्ड है जिसका उन्होंने एपिक नंबर क्रमशः 1217280,1217306 तथा 4509923 बताया जो मीरा भाईंदर में मौजूद है, साथ ही नरेंद्र मेहता ने कहा कि मुजफ्फर हुसैन के अजीज दोस्त फैजुल्ला शेख का भी दो वोटर आईडी कार्ड है। इस आधार पर मैं अगर वोट चोर हूं तो मुजफ्फर हुसैन महा वोट चोर है। उन्होंने बोलते हुए कहा की मै मुजफ्फर हुसैन को मीरा भाईदर का संजय राऊत समझता हूं, मुझे उनके आरोपों पर जवाब देने की आवश्यकता नहीं थी, परंतु उन्होंने मेरे परिवार पर उंगली उठाया इसलिए मुझे पत्रकार परिषद के जरिए इसका खंडन करना पड़ा। सही बात तो यह है कि जिस प्रकार शहर बढ़ रहा है आबादी बढ़ रही है उससे वोट में इजाफा होता है। साथ ही बहुत सारे नागरिक जो 145 से 146 विधानसभा मे जाकर वहां अपना वोटर आईडी कार्ड बनवाए हैं, उनके पुराने नाम पुराने जगह पर ही रह गए हैं, जिसके कारण सैकड़ों नाम वोटर आईडी में दोबारा दो बार हैं, परंतु एक व्यक्ति एक समय में एक ही स्थान पर वोट कर सकता है यह भी सत्य है।

नगर सेविका कुसुम संतोष गुप्ता ने मुजफ्फर हुसैन के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि मेरा और मेरे पति का दो नहीं एक ही वोटर आईडी कार्ड है, जो पहले वृंदावन बिल्डिंग में था। विधानसभा चुनाव के समय वृन्दावन बिल्डिंग टूट जाने के कारण हमने अपना वोटर कार्ड दुकान नंबर 11 श्याम भवन में हस्तांतरित कराया था। श्याम भवन की दुकान हमारे पिताजी की प्रॉपर्टी है, और अभी उसे हम लोगों ने भाड़े पर दिया है। हम दोनों पति-पत्नी का वोटर आईडी कार्ड उसी दुकान के नाम पर है। हमारा दूसरे जगह कहीं और वोटर आईडी कार्ड नहीं है। कृपया मुजफ्फर हुसैन जी फिर से यादी का अवलोकन करें और अफवाह फैलाने का प्रयास न करें।


मैं चतुर्भुजा शिवसागर पाण्डेय पिछले 35 सालो से मीरा भाईंदर का निवासी हूं। तथा पिछले 22 साल से पत्रकारिता क्षेत्र में कार्यरत रहते हुए महाराष्ट्र शासन से राजपत्रित पत्रकार हूं। मैं उत्तर प्रदेश का मूल निवासी हूं, वहां से मेरा वोटर आईडी कार्ड मौजूद है। महाराष्ट्र में मेरा पहली बार वोटर कार्ड बी.पी. रोड श्याम भवन 411 से बना था। जिसमें मैं कई सालों पहले रहता था। इसके पहले मैंने कई बार कैंपों के जरिए वोटर कार्ड बनाने का आवेदन किया था परंतु, मेरा वोटर कार्ड नहीं बन पाया, कुछ समय पहले ही मुझे मालूम पड़ा कि मेरा पूजा नगर से भी एक वोटर आईडी कार्ड बना है। इस हिसाब से मेरे पास भारत देश के अंदर तीन वोटर आईडी कार्ड है। एक साल पहले इस बात की शिकायत मैंने तहसीलदार से किया था, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबकि मैं हर चुनाव में श्याम भवन के पते से मां भारती विद्या मंदिर विद्यालय के पोलिंग बूथ पर ही वोट करता हूं। इससे मुझे इस बात का यकीन है कि यह एक “टेक्निकल एरर” है, जिसे इलेक्शन कमीशन को गंभीरता से लेते हुए सुधार करना चाहिए या वोटर आईडी कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करना चाहिए। साथ ही शहर के जनप्रतिनिधियों को इस मामले पर राजनीति न करते हुए वोटर यादी को सुधार करने में सहयोग करना चाहिए।