73 दिनों में आ जायेगी भारत की कोरोना वैक्सीन

● आज दिया गया थर्ड फेज के ट्रायल का पहला डोज

●17 केंद्रों पर 1600 लोगों के बीच शुरू हुआ ट्रायल

● सीरम ने Astra Zeneca से खरीदे वैक्सीन बनाने के राइट्स

● भारतीयों को मुफ्त टीका लगाएगी केंद्र सरकार

● हर महीने 6 करोड़ डोज बनाएगा सीरम

73 दिनों में आ जायेगी भारत की कोरोना वैक्सीन

हिन्द सागर ब्यूरो, पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के पदाधिकारियों ने एक्सक्लूसिव जानकारी में बताया है कि, ‘भारत सरकार ने हमें विशेष निर्माण प्राथमिकता लाइसेंस दिया है. इसके तहत हमने ट्रायल प्रोटोकॉल की प्रक्रिया को तेज कर दिया है ताकि ट्रायल 58 दिनों में पूरा हो जाए. इस तरह आज से तीसरे फेज के ट्रायल का पहला डोज दिया गया है, दूसरा डोज आज से 29 दिनों के बाद दिया जाएगा. ट्रायल का अंतिम डाटा दूसरा डोज दिए जाने के 15 दिन के बाद सामने आएगा. इसके बाद हम कोविशिल्ड को व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए बाजार में लाने की योजना बना रहे हैं.”

इससे पहले इस वैक्सीन का ट्रायल पूरा होने में 7 से 8 महीने लगने की बात कही जा रही थी.

लेकिन इस प्रक्रिया में अब आज से ही तेजी ला दी गई है. 17 केंद्रों में 1600 लोगों के बीच कोविशिल्ड वैक्सीन का ट्रायल 22 अगस्त से शुरू कर दिया गया है. इस प्रक्रिया में हर केंद्र पर लगभग 100 लोगों पर कोरोना वैक्सीन का परीक्षण किया जा रहा है.

सूत्रों ने बताया कि ये वैक्सीन सीरम इंस्टीट्यूट का है. सीरम इंस्टीट्यूट ने Astra Zeneca नाम की कंपनी से इस वैक्सीन को बनाने के लिए अधिकार खरीदे हैं. इसके लिए सीरम इंस्टीट्यूट Astra Zeneca को रॉयल्टी का भुगतान करेगी. इसके एवज में सीरम इंस्टीट्यूट इस वैक्सीन को भारत और दुनिया के 92 दूसरे देशों में बेचेगी.

केंद्र सरकार ने संकेत दिया है कि वो सीरम इंस्टीट्यूट से सीधे कोविशिल्ड वैक्सीन खरीदेगी और भारतीयों को कोरोना का टीका मुफ्त में लगाएगी. भारत सरकार जून 2022 तक सीरम इंस्टीट्यूट से 68 करोड़ टीके खरीदेगी. भारत सरकार राष्ट्रीय टीकाकरण मिशन के तहत भारतीयों को मुफ्त टीका लगाएगी.
भारत की आबादी इस वक्त लगभग 130 करोड़ है. सीरम से 68 करोड़ डोज खरीदने के बाद वैक्सीन की बाकी जरूरतों को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ICMR और भारत बायोटेक द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की जा रही Covaxine और निजी फार्मा कंपनी Zydus Cadila द्वारा विकसित की जा रही ZyCoV-D का ऑर्डर दे सकती है, बशर्ते इन कंपनियों का कोरोना वैक्सीन का ट्रायल सफल रहे.

भारत बायोटेक ने अबतक ये नहीं बताया कि वो वैक्सीन का ट्रायल कब शुरू करेगा और कब खत्म. हालांकि भारत बायोटेक के सीएमडी कृष्णा एल्ला ने कहा है कि वैक्सीन की सुरक्षा और क्षमता को सुनिश्चित करने के लिए इसके निर्माण में किसी तरह का शॉर्ट कट नहीं अपनाया जाएगा.

वहीं सीरम इंस्टीट्यूट कोरोना वैक्सीन के 6 करोड़ डोज हर महीने बनाने पर काम कर रहा है. इस क्षमता को अप्रैल 2021 तक 10 करोड़ डोज हर महीने कर दिया जाएगा.