
संस्थापक “हिन्द सागर” का विचार
“परिवर्तन सृष्टि का नियम है”, वर्तमान काल-खण्ड में परिवर्तन के लिए जनमानस को तैयार करना आवश्यक: “हिन्द सागर” एक प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संस्थान है, सूचनाक्रांति के इस युग में अधिकतर सूचनाएं भ्रामक व पेडन्यूज की तरह फैलाई जा रही हैं। जमीन से जुड़ी सच्ची और विश्वसनीय सूचनाओं का आज भी अकाल है, क्योंकि ये सूचनाएं समाज के प्रबुद्ध वर्ग (नागरिक पत्रकार, आरटीआई कार्यकर्ता, विषय विशेषज्ञों, स्वतंत्र पत्रकारों व विशलेषकों आदि के पास होती हैं, जिनकी आवाज को हर स्तर पर दबाने का प्रयास किया जाता है। “हिन्द सागर” जन सूचना और जन जागरण द्वारा जनमानस तैयार करने के पथ पर अग्रसर है, तथा समाज कल्याण के इस महायज्ञ में समाज के प्रबुद्ध वर्ग/ कलम से क्रान्ति में विश्वास रखने वालों को सहभागिता के लिए आमंत्रित करता है।लक्ष्य प्राप्ति
“हिन्द सागर” का ध्येय है कि समाज कल्याण के लिए कार्य करने वाले समाज सेवकों/ देश भक्तों की आवाज को बुलन्द करना, समाज में उन्हें उचित सुरक्षा, सम्मान व स्थान दिलाना, जिससे समाज मे सुख, शान्ति, समरसता व उन्नति का मार्ग प्रशस्त हो सके।उपलब्धियां:
7 Editions, 3 Languages: Hindi, Gujarati, Marathi
(मालिक, मुद्रक, प्रकाशक एवं मानक सम्पादक: चतुर्भुजा शिवसागर पान्डेय)

(सम्पादक गुजराती संस्करण गुजरात – राजेश माधवानी)

सम्पादक हिन्दी मुम्बई संस्करण महाराष्ट्र – ट्रीना यादव)

सलाहकार समिति:

अधिवक्ता लालजी मिश्रा

ब्यूरोचीफ: गणेश एन.
हिन्द सागर का सम्मान/उपलब्धियां
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 के समय चुनाव की प्रमाणित जानकारी व विश्लेषण जनता तक पहुंचाने के लिए इलेक्शन कमीशन द्वारा दिया गया अधिकृत पहचान पत्र
भारत के लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान जनता तक प्रमाणित खबर व सटीक विश्लेषण पहुंचाने के लिए चुनाव आयोग द्वारा दिया गया पहचान पत्र
संस्थापक एवं प्रधान सम्पादक श्री शिव सागर पाण्डेय जी द्वारा हिन्द सागर बेंगलूरू कर्नाटक से मुद्रित और प्रकाशित हिन्द सागर समाचार पत्र के प्रथम अंक का विमोचन
हिन्द सागर संस्थापक श्रीमान शिवसागर पान्डेय जी कर्नाटक के उप-सम्पादक श्री धन्नाराम जी चौधरी को कर्नाटक कार्यालय के उद्घाटन में सम्मान देते हुए
टेक्निकल टीम:

शिव श्याम जी पान्डेय

संतोष जी तिवारी
