हिन्द सागर, संवाददाता: आज एक क्लिक से ही हम अपने कितने काम आसानी से कर सकते है। डिजिटल युग की ये सौगात हमें बेहद पसंदीदा चीज है। यंत्र शक्ति ने आज हमें उसके कही पर गुलाम भी बना लिया है। जितना फायदा है उसके सामने नुकसान भी है मतलब इफेक्ट और साइड इफेक्ट दोनों इस में आज बराबर से शामिल है। डिजिटल युग में हर सुविधा आपके पास आसानी से उपलब्ध है।

हाथ में एक स्मार्टफोन है तो आपका बैंक अकाउंट भी घर बैठे मैनेज कर सकते हैं. यानि बैंकिंग सुविधाओं के लिए आपको बैंक की शाखा तक जाने की भी परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। लेकिन सुविधाओं के इस दौर में आपकी सतर्कता भी बेहद मायने रखती है. क्यों कि ऑनलाइन बैंकिग फ्रॉड के मामलों में बीते कुछ समय से लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। ग्राहक की जरा सी भूल से सेकंड़ों में बैंक अकाउंट खाली होने में देर नहीं लगती। अगर आप भी अपना फाइनेंस अपने स्मार्टफोन के जरिए  या डिजिटली मैनेज कर रहे हैं तो ये खबर आपको पढ़नी ही चाहिए। क्यों कि अगर आपकी एकबार की गलती से आपके साथ फ्रॉड हो भी गया तो आप क्या कर सकते है। इसे ऑनलाइन फ्रॉड, डिजिटल फ्रॉड या साइबर फ्रॉड की परिभाषा दी गई है। हैकर्स आपके अकाउंट की डीटेल हासिल करके उससे पैसे निकाल लेते हैं।  अकाउंट में सेंध लगने के बाद अक्सर लोग बस यही सोचकर चुप बैठ जाते हैं कि पैसा डूब गया. लेकिन, ऐसा नहीं है. आपको आपका पूरा पैसा वापस मिल सकता है।

भारतीय रिजर्व बैंक ने इसका तरीका बताया है। रिजर्व बैंक का कहना है कि अगर कोई भी अनधिकृत लेन-देन होता है तो उसके बाद भी आपका पूरा पैसा वापस मिल सकता है।  इसके लिए सतर्कता जरूरी है। आरबीआई  कहता है कि ऐसे किसी भी ट्रांजेक्शन की जानकारी तुरंत देकर आप नुकसान से बच सकते हैं।

भारतीय रिजर्व बैंक ने किया है ये ट्वीट

रिजर्व बैंक ने एक ट्वीट करते हुए कहा है- ‘अगर अनधिकृत इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन से आपका नुक़सान हुआ हो, तो आपकी देयता सीमित हो सकती है, बल्कि शून्य भी हो सकती है, अगर आप अपने बैंक को तुरन्त सूचित करते हैं.’ मतलब साफ है कि अगर आपके खाते से कोई गैरकानूनी ट्रांजेक्शन हुई है तो उसकी सूचना तुरंत अपने बैंक को दें।  बिना देरी करे सूचना देने से आप बच सकते हैं।  ऐसा करना से आपके सारे पैसे आपको मिल सकते हैं।

कैसे मिलेंगे पूरे पैसे वापस ?

ज्यादातर लोगों के मन में अब सवाल उठता है कि अगर ऐसा कोई ट्रांजेक्शन हुआ है तो पैसा कैसे वापस मिलेगा? साथ ही बैंक खाते से पैसे निकलने पर शिकायत कर भी दी तो बैंक पैसे कहां से लौटाएगा। दरअसल, बैंकों की तरफ से ऐसे साइबर फ्रॉड के मद्देनजर इंश्योरेंस पॉलिसी ली जाती है। बैंक आपके साथ हुए फ्रॉड की सारी जानकारी सीधे इंश्योरेंस कंपनी को बताएगा और वहां से इंश्योरेंस के पैसे लेकर आपके नुकसान की भरपाई करेगा। साइबर फ्रॉड से बचने के लिए इंश्योरेंस कंपनियां भी लोगों को सीधे कवरेज दे रही हैं।

फ्रॉड होने के 3 दिन में करें शिकायत

अगर आपके बैंक खाते से कोई गलत तरीके से रकम निकाल लेता है और आप तीन दिन के अंदर इस मामले के बारे में बैंक को शिकायत करते हैं तो आपको यह नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा। आरबीआई ने यह भी कहा है कि निर्धारित समय में बैंक को सूचना दे देने पर ग्राहक के खाते से धोखाधड़ी कर निकाली गई रकम 10 दिन के अंदर उसके बैंक खाते में वापस आ जाएगी । आरबीआई ने यह भी कहा है कि अगर बैंक खाते से हुई धोखाधड़ी की रिपोर्ट 4-7 दिन बाद की जाती है, तो ग्राहक को 25,000 रुपये तक का नुकसान खुद उठाना होगा।