इंजीनियर बेटे के कत्ल के लिए 3 लाख में सुपारी दिया सगा बाप, पकड़े जाने पर बताई ऐसी वजह

(हिन्द सागर न्यूज बेंगलुरु से रमेश कुमार की रिपोर्ट)

कर्नाटक के बेंगलुरु से चौंकाने वाली खबर सामने आई है। पुलिस ने 50 साल के एक बिजनेसमैन को अपने ही बड़े बेटे की हत्‍या करवाने के आरोप में अरेस्‍ट किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी का कहना है कि उसका बेटा संपत्ति में हिस्‍सेदारी को लेकर उसे बहुत टॉर्चर करता था।

पुलिस को इस मर्डर की सूचना 12 जनवरी को मिली थी। जांच के बाद बेंगलुरु ग्रामीण की पुलिस ने मल्‍लेश्‍वरम के बीवी केशव प्रसाद और दो संदिग्‍धों नवीन कुमार और केशव को अरेस्‍ट कर लिया। दोनों की उम्र 19 साल है और ये  इंदिरा नगर तिप्‍पासांद्रा के निवासी हैं।

खुद पिता ने लिखाई थी रिपोर्ट
केशव प्रसाद ने 12 जनवरी को मल्‍लेश्‍वरम पुलिस स्‍टेशन में अपने बेटे कौशल प्रसाद की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी। कौशल एक प्राइवेट कंपनी में इंजिनियर था। वह 10 जनवरी से गायब बताया गया था। रिपोर्ट में केशव प्रसाद ने बताया था कि उनका बेटा मल्‍लेश्‍वरम 18 क्रॉस से एक कार में अपने दोस्‍तों के साथ गायब हुआ था। इससे पहले कौशल अपने छोटे भाई को अपना फोन दे गया था।

पुलिस को मिली बोरों में लाश

उसी दिन कुछ लोगों ने अवलाहल्‍ली पुलिस को बताया कि इलमअल्‍लप्‍पा झील में तीन बोरों से बदबू आ रही है। जब पुलिस ने बोरे खोले तो तीनों में इंसानी शरीर के हिस्‍से मिले। शहर भर के पुलिस कंट्रोल रूम में यह खबर फैल गई। जल्‍द ही कौशल के शव की शिनाख्‍त कर ली गई। हत्‍या का मुकदमा दर्ज कर पोस्‍टमॉर्टम के बाद शव परिवार को सौंप दिया गया।
सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग
इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो उसमें दिखा कि कौशल एक सफेद रंग की मारुति जेन में बैठ रहा है। इस कार की जांच में नवीन कुमार और केशव तक पुलिस पहुंची। पता चला कि उन्‍होंने 1 लाख रुपयों में कुछ दिन पहले ही यह सेकंड हैंड कार खरीदी है। कुछ और फुटेज में दिखा कि यह कार इलमअल्‍लप्‍पा झील की दिखा में बढ़ रही है।

संदिग्‍धों ने कबूल किया गुनाह

जब दोनों पर सख्‍ती की गई तो उन्‍होंने कुबूल किया कि खुद कौशल के पिता ने उसकी हत्‍या के लिए उन्‍हें 3 लाख रुपये की सुपारी दी थी, इनमें से एक लाख रुपये अडवांस के रूप में दिए गए थे।

दौलत के लिए मारता-पीटता था कौशल

जब केशव प्रसाद से पूछताछ हुई तो उसने बताया कि उसका बड़ा बेटा कौशल मल्‍लेश्‍वरम में बने एक मकान में अपने हिस्‍से के लिए उन्‍हें बहुत तंग करता था। केशव प्रसाद ने कहा, ‘हमने उसे सॉफ्टवेयर इंजिनियर बनने में मदद की लेकिन वह पैसों और प्रॉपर्टी में हिस्‍से के लिए हमें बहुत टॉर्चर करता था। यहां तक कि अपनी मां को भी पीटता था। आखिर में मैंने उसे रास्‍ते से हटाने का फैसला किया और इसके लिए अपने छोटे बेटे के दो दोस्‍तों की मदद ली।’

ऐसे किया मर्डर

इसके बाद नवीन और केशव कौशल को अपने साथ ले गए। उसे शराब में घोलकर नींद की गोलियां पिलाईं। जब वह बेहोश हो गया तो उन्‍होंने उसके शरीर के टुकड़े करके बोरे में भरकर झील में फेंक दिए।