इन्दिरा गांधी की पुण्य तिथि एवं सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती पर काग्रेसियो ने किया याद

पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी विश्व पटल पर आयरन लेडी के रुप मे जानी जाती थी

हिन्द सागर न्यूज बस्ती (उ०प्र०) जिला काग्रेस कमेटी की ओर से कटेश्वर पार्क स्थित पार्टी दफ्तर पर पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी की पुण्य तिथि एवं लौह पुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। वक्ताओं ने दोनो महान विभूतियों को नमन करते हुये उनके योगदान पर चर्चा किया। कार्यक्रम का संचालन जिला प्रवक्ता मो. रफीक खां ने किया। पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ कांग्रेसी अंबिका सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी की दिलेरी का भारतीय इतिहास में उदाहरण दिया जाता है। उनकी निर्णय लेने की क्षमता, निर्भीक व्यक्तित्व देश के लिये हमेशा प्रेरणा स्रोत रहेगा। इसी प्रकार सरदार पटेल ने भी देश की एकता अखण्डता के प्रति जो समर्पण दिखाया सदियों तक देशवासियों का मार्गदर्शन करता रहेगा।

पूर्व विधायक रामजियावन ने कहा गृहमंत्री रहते हुये सरदार पटेल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक पर प्रतिबंध लगाकर अदम्य साहस का परिचय दिया था। आज वोट और जातिगत राजनीति से प्रेरित सत्तारूढ भाजपा उनकी फोटो लेकर घूम रही है। जबकि सरदार पटेल के विचारों से पार्टी का कोई लेना देना नही है। उन्होने पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी को याद कर उन्हे नमन किया। जिलाध्यक्ष अंकुर वर्मा ने कहा कि आज का दिन देश को गहरा जख्म दे गया था, अंतिम सांस तक देश को अपना जीवन समर्पित करने वाली इन्दिरा गांधी को आतंकियों ने हमसे असमय छीन लिया था लेकिन उनके द्वारा देश को मजबूत करने के लिये दिया गया योगदान इतिहास बन गया। त्याग, समर्पण, साहस और सबको साथ लेकर चलने की क्षमता का दूसरा उदाहरण भारतीय राजनीति में नही मिलता।

जिलाध्यक्ष अंकुर वर्मा ने लौह पुरूष को नमन करते हुये कहा भारत को एकता अखण्डता का मंत्र देने वाले सरदार पटेल को कभी भुलाया नही जा सकता। वरिष्ठ कांग्रेसी देवेन्द्र श्रीवास्तव, ज्ञानेन्द्र पाण्डेय व रामभवन शुक्ला ने कहा दोनो महान विभूतियों ने अपना सारा जीवन देश के निर्माण के प्रति समर्पित कर दिया। उनके जीवन वृत्त देशवासियों के लिये प्रेरणा स्रोत हैं। वरिष्ठ कांग्रेसी प्रेमशंकर द्विवेदी, मानिकराम मिश्रा, प्रशांत पांडे, अनिल भारती, भूमिधर गुप्ता, मनोज त्रिपाठी, सतेन्द्र मिश्रा, विनोदरानी आहूजा, नीलम विश्वकर्मा, ज्ञान प्रकाश पाण्डेय, अलीम अख्तर, गुड्डू सोनकर, रविन्द्र चौधरी, पिण्टू मिश्रा, शेषमणि उपाध्याय, अनुराग पांडे, अतीउल्लाह सिद्धीकी, राकेश पांडे, मो. उसमान, नरेन्द्र प्रकाश सिंह, राधा देवी, लालजीत पहलवान, राहुल चौधरी, उमेश तिवारी, दूधनाथ पटेल, राहुल मद्धेशिया, सुखारी पाण्डेय, सत्यप्रकाश पाण्डेय, लवकुश गुप्ता आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।